नवा रायपुर में खुलेगा छत्तीसगढ़ का पहला एआई डाटा सेंटर पार्क
छत्तीसगढ़ की साय सरकार ने तकनीकी के क्षेत्र में बड़ी छलांग लगाई है। नवा रायपुर में छत्तीसगढ़ का पहला एआई डाटा सेंटर पार्क खुलेगा। सीएम विष्णुदेव साय तीन मई को सुबह साढ़े ग्यारह बजे एआई डेटा सेंटर पार्क का भूमिपूजन करेंगे। इस अवसर पर वाणिज्य, उद्योग एवं श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन, वित्त, आवास एवं पर्यावरण मंत्री ओपी चौधरी मौजूद रहेंगे। यह पार्क अटल नगर नवा रायपुर स्थित सेक्टर-22 सीबीडी रेलवे स्टेशन के पास स्थित है। इस एआई एक्सक्लूजिव डाटा सेंटर पार्क की लागत 1000 करोड़ रुपए है। यह 13.5 एकड़ में होगा। इसमें 2.7 हेक्टेयर एरिया स्पेशल इकानामिक जोन के विकास के लिए होगा।
अटल नगर में डाटा सेंटर के आने से प्रदेश में रोजगार पैदा होंगे। छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से एनर्जी समिट किये गये हैं जिससे छत्तीसगढ़ देश के पॉवर हब बनने की दिशा में तेजी से बढ़ेगा। ऐसे में डाटा सेंटर पार्क के माध्यम से इस संभावना का भरपूर उपयोग हो सकेगा। छत्तीसगढ़ सरकार ने नई औद्योगिक नीति में आधुनिक तकनीक से संबंधित उद्योगों पर विशेष प्रावधान किये गये हैं। इसका लाभ इस क्षेत्र में निवेश के लिए आगे आने वाले उद्यमियों को होगा। इस तरह से अटल नगर में एआई एक्सक्लूजिव डाटासेंटर पार्क बनना बहुत शुभ संकेत है। उद्योग विभाग ने सिंगल विंडो सिस्टम और ईज आफ डूइंग बिजनेस तथा स्पीड आफ बिजनेस को अपनाया है। इससे डाटा सेंटर के लिए भूमि चिन्हांकन की प्रक्रिया बहुत जल्द की गई और अब इसका शुभारंभ किया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ में एआई डाटा सेंटर के लिए असीम संभावनाएं
दुनियाभर में डाटा सेंटर की मांग तेजी से बढ़ रही है क्योंकि आर्टिफिशल इंटेलीजेंस की बुनियाद डाटा सेंटर पर होती है। छत्तीसगढ़ सरप्लस बिजली स्टेट है, इस वजह से यहां पर डाटा सेंटर के लिए असीम संभावनाएं हैं। रैस बैंक डाटा सेंटर प्राइवेट लिमिटेड की ओर से इसका भूमिपूजन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय लगातार कोर सेक्टर के साथ ही आधुनिक जमाने के अनुरूप नये उद्योगों को बढ़ावा दे रहे हैं। उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन की ओर से इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए संकल्पित रूप से काम किया जा रहा है। बीते दिनों प्रदेश में सेमीकंडक्टर यूनिट के लिए भी भूमिपूजन किया गया। इसकी लागत 1163 करोड़ की है।
एआई को चलाने के लिये सबसे उपयोगी टूल
डाटा सेंटर एआई को संचालित करने के लिए सबसे उपयोगी टूल होते हैं। एआई लार्ज लैंग्वेज माडल पर काम करते हैं और डाटा माइनिंग का काम करते हैं। जब भी डाटा माइनिंग होती है बड़े पैमाने पर ऊर्जा लगती है और इसके लिए डाटा सेंटर उपयोगी होते हैं। भविष्य की प्रगति इस बात पर निर्भर है कि हम आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर किस तरह से आगे बढ़ेंगे। भारत अपना स्वयं का एआई माडल तैयार कर रहा है। स्वाभाविक रूप से देश की प्रगति के साथ छत्तीसगढ़ भी तेजी से कदमताल करेगा।