साय सरकार कल पेश करेगी एक लाख 60 हजार करोड़ रुपये का बजट - CGKIRAN

साय सरकार कल पेश करेगी एक लाख 60 हजार करोड़ रुपये का बजट


बजट में इन कार्य पर किया जा सकता है फोकस

युवाओं को रोजगार के नए अवसर

 किसानों के लिए भी कुछ नया हो सकता है

बस्तर और सरगुजा में टूरिज्म और इंफ्रास्ट्रक्चर

 महिलाओं के लिए महतारी वंदन योजना का विस्तार

 शिक्षा क्षेत्र में सुधार - शिक्षकों की भर्ती

स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार

 सरकारी सिस्टम को डिजिटआइजेशन पर जोर

 छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार 3 मार्च को अपना दूसरा पूर्ण बजट पेश करने जा रही है. यह राज्य का 24वां बजट होगा, जिसे वित्त मंत्री ओपी चौधरी विधानसभा में प्रस्तुत करेंगे. इस बार बजट का आकार करीब 1 लोखा 60 हजार करोड़ रुपये रहने की संभावना है, जो पिछले साल के 1,47,000 करोड़ की तुलना में लगभग 10 % अधिक है.  ऐसी संभावना है कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में यह बजट महिलाओं, युवाओं, किसानों और आदिवासी वर्ग पर विशेष ध्यान देने वाला हो सकता है. इसके अलावा, बस्तर और सरगुजा के विकास, टूरिज्म और इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी सरकार का फोकस रहेगा. छत्तीसगढ़ के लोगों को इस बजट से नई नौकरियों, किसानों के लिए आर्थिक राहत, महिलाओं के लिए सशक्तिकरण योजनाएं और इंफ्रास्ट्रक्चर विकास की उम्मीदें है. देखना होगा कि सरकार जनता की उम्मीदों पर कितनी खरी उतरती है.

सरकार महतारी वंदन योजना को विस्तार कर सकती है. महतरी वंदन योजना में छूट गई महिलाओं के लिए प्रावधान हो सकते है. महतरी वंदन योजना के तहत 1000 रुपये महिलाओं को आर्थिक सहायता दी जाती है, जिससे उनके सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण को बल मिलेगा. बजट में युवाओं के लिए स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने और रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराने पर ध्यान दिया जा सकता है. इससे नए उद्यमियों को आर्थिक मदद मिलेगी और बेरोजगारी को कम करने में सहायता मिलेगी.सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए सरकार कुछ नया कर सकती है . किसानों के लिए सिंचाई, फसलों के लिए अनुदान और बाजार उपलब्ध कराने पर जोर दिया जा सकता है.बस्तर और सरगुजा क्षेत्र में इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण पर विशेष ध्यान दिया जा सकता है. इसके तहत एडवेंचर स्पोर्ट्स, वाइल्डलाइफ टूरिज्म और पारंपरिक पर्यटन स्थलों के विकास को प्राथमिकता दी जा सकती है. शिक्षकों की भर्ती को लेकर भी बजट में खास प्रावधान किए जाने की उम्मीद है, क्योंकि सरकार ने शिक्षकों की भर्ती का वादा किया था. इससे सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाया जा सकेगा.

25 साल पहले ऐसा था छत्तीसगढ़ का पहला बजट?

छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद पहला बजट वर्ष 2000 में पेश किया गया था, जिसका आकार सिर्फ 5,700 करोड़ रुपये था. 25 वर्षों में यह 30 गुना बढ़कर 1,60,000 करोड़ रुपये तक का हो सकता है. यह साफ दर्शाता है कि राज्य ने आर्थिक रूप से काफी प्रगति की है.


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