अजीत जोगी की पार्टी जेसीसी (जे) का कांग्रेस में होगा विलय..? रेणु जोगी ने दीपक बैज को लिखी चिट्ठी
छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जोगी (JCCJ) का जल्द ही कांग्रेस में विलय हो सकता है. छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने कांग्रेस से अलग होने के बाद जून 2016 में जेसीसी (जे) की स्थापना की थी, जिसे जोगी कांग्रेस के नाम से भी जाना जाता है। पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में जेसीसी (जे) ने अकेले चुनाव लड़ा और एक भी सीट नहीं जीत सकी।जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत अजीत जोगी की पत्नी रेणु जोगी ने भाजपा शासित राज्य में अपनी पार्टी को मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के साथ विलय करने का आग्रह किया है। 8 साल पहले अजीत जोगी द्वारा गठित क्षेत्रीय पार्टी ने कहा कि वह कांग्रेस की विचारधारा में विश्वास रखती है। रेणु जोगी ने कहा, ‘‘हमने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज से अनुरोध किया है कि वह जेसीसी (जे) का विलय कांग्रेस में कर दें और हमारे पार्टी नेताओं तथा कार्यकर्ताओं को पार्टी में शामिल कर लें।’’
रेण जोगी ने बैज को लिखा पत्र
रेणु जोगी और उनके बेटे व जेसीसी (जे) के प्रदेश अध्यक्ष अमित ने बैज को लिखे गए पत्र में कहा है, ‘‘छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री दिवंगत अजीत जोगी द्वारा गठित की गई राज्य की एकमात्र मान्यता प्राप्त क्षेत्रीय पार्टी ‘जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे)’ कांग्रेस की विचारधारा में विश्वास करती है। हमारी पार्टी की कोर कमेटी ने सर्वसम्मति से पार्टी का कांग्रेस में विलय करने और राज्य कांग्रेस इकाई में शामिल होने का फैसला किया है।’’
अजीत जोगी ने कांग्रेस से अलग होने के बाद बनाई थी पार्टी
छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने कांग्रेस से अलग होने के बाद जून 2016 में जेसीसी (जे) की स्थापना की थी, जिसे जोगी कांग्रेस के नाम से भी जाना जाता है। पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में जेसीसी (जे) ने अकेले चुनाव लड़ा और एक भी सीट नहीं जीत सकी।
अमित जोगी ने बघेल के खिलाफ लड़ा था चुनाव
जेसीसीजे के विलय को लेकर लोगों में इसलिए भी दिलचस्पी है क्योंकि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और दिवंगत अजीत जोगी के बीच अक्सर टकराव देखा गया है. वहीं अमित जोगी ने तो बीते विधानसभा चुनाव में भूपेश बघेल के खिलाफ पाटन से ताल भी ठोंकी थी. ऐसे में कांग्रेस अपनी पार्टी में जेसीसीजे के विलय के लिए राजी होती है या नहीं यह देखना दिलचस्प होगा.