जिमी कांदा-पोंगा बरी बनाने का सबसे आसान तरीका, स्वाद भी जबरदस्त - CGKIRAN

जिमी कांदा-पोंगा बरी बनाने का सबसे आसान तरीका, स्वाद भी जबरदस्त

 


भारती देवांगन (रायपुर, चंगोराभाटा) द्वारा बरी बनाने की प्रक्रिया जो बताई गयी......

छत्तीसगढ़  में बरी बनाने की परंपरा बहुत पुराना है, यहाँ के लोग बरी को बहुत स्वाद के साथ खाते है, और बड़ी दिलचस्पी के साथ इसे बनाते भी है. छत्तीसगढ़ में अलग-अलग प्रकार की बड़ी बनाई जाती हैं, जिसे चाव से खाया जाता है. जिमी कांदा पोंगा बड़ी न केवल छत्तीसगढ़ की परंपरा को दर्शाती है, बल्कि इसकी पौष्टिकता और स्वाद इसे खास बनाती है. बरी को किसी भी सब्जी में डालकर बनाया जा सकता है. इसे खाने के लिए लोग दूर-दूर से छत्तीसगढ़ के बाजारों में आते हैं. ग्रामीण इलाकों में जिमी कांदा पोगा बड़ी एक परंपरा है. महिलाएं इसे ठंड के मौसम में बनाकर सालभर उपयोग करती हैं. यह बाजार में भी अच्छी मांग रखती है.

छत्तीसगढ़ की पारंपरिक रसोई में बरी का खास स्थान है. इनमें से जिमी कांदा पोगा बड़ी अपनी विशेष पहचान रखती है. वैसे तो यहाँ मुली, तुमा, गांठ गोभी आदि की भी बरी बनायीं जाती है जिसे बनाकर यहाँ साल भर उपयोग में लाया जाता है . यह ठंड के मौसम में तैयार की जाती है और पूरे साल उपयोग में लाई जाती है. इसे जिमी कांदा (सूरन) के तने से बनाया जाता है, जिसमें उड़द की दाल और अन्य मसाले मिलाए जाते हैं.

क्या है जिमी कांदा और क्यों है खास?

जिमी कांदा, जिसे सूरन भी कहते हैं, छत्तीसगढ़ के ग्रामीण इलाकों में बहुत चाव से खाया जाता है. यह पौष्टिक और स्वादिष्ट होता है, जिसे सब्जी, अचार और अन्य व्यंजनों में उपयोग किया जाता है. शाकाहारियों के लिए यह एक बेहतरीन विकल्प है, जो मसालेदार तरीके से तैयार किया जाता है. जिमी कांदा के पोगा (तने) से बनने वाली यह बड़ी ठंड के मौसम में तैयार की जाती है. इसे सुखाकर सालभर सुरक्षित रखा जा सकता है.

आसान विधि से घर पर बनाएं बड़ी

1. जिमी कांदा के मोटे तनों को काटकर धो लें और छिलका निकाल दें.

2. तनों को घिसकर पेस्ट तैयार करें. और पानी को फेक दें. 

3. उड़द दाल को पीसकर तनों से तैयार की गयी पेस्ट में मिलाएं.

4. इसमें स्वाद अनुसार मेथी पाउडर, मिर्च और अन्य मसाले डालें. और इसे अच्छे से मिलायें.

5. मिश्रण को बड़ी का आकार देकर धूप में सुखाएं. 

6. ध्यान रहे बरी उसी समय बनाये जब धुप अधिक हो और बदली आने की संभावना न हो नही तो बरी के स्वाद में अंतर आ सकता है या बरी ख़राब भी हो सकता है.

स्वाद और परंपरा का अनमोल संगम

छत्तीसगढ़ में बरी का एक विशेष महत्व है. यहाँ खास अवसरों पर बड़े ही स्वाद से यहाँ बनाया और खाया जाता है जिमी कांदा पोगा बड़ी न केवल छत्तीसगढ़ की परंपरा को दर्शाती है, बल्कि इसकी पौष्टिकता और स्वाद इसे खास बनाती है. इसे खाने के लिए लोग दूर-दूर से छत्तीसगढ़ के बाजारों में आते हैं.

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