खेल-खेल में बच्चों को गणित सिखा रही सरकारी स्कूल की शिक्षक - CGKIRAN

खेल-खेल में बच्चों को गणित सिखा रही सरकारी स्कूल की शिक्षक


हर साल 22 दिसंबर को राष्ट्रीय गणित दिवस महान भारतीय गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की जयंती के अवसर पर मनाया जाता है। इसे मानने का मुख्य उद्देश्य मानवता के विकास के लिए गणित के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।  छत्तीसगढ़ के धमतरी में शिक्षिका शारदा साहू ने गणित को बच्चों के लिए रोचक बनाने के लिए नवाचारी तरीके अपनाए हैं। वे गतिविधि आधारित शिक्षा के माध्यम से गणित सिखाती हैं और कबाड़ से जुगाड़ के माध्यम से टीचिंग लर्निंग मटेरियल (टीएलएम) निर्माण कर बच्चों को गणित की बारीकियों को समझाती हैं।

 शासकीय प्राथमिक शाला सोरिदभाट में पदस्थ शिक्षिका शारदा साहू गणित विषय में नवाचारी प्रयोग से स्कूली बच्चों को बेहतर शिक्षा देने का प्रयास कर रही हैं। उन्होंने प्राथमिक स्कूल के बच्चों को अंक और संख्या का ज्ञान कराने खेलो चलो नंबरों का खेल का मॉडल, ज्यामितीय आकृतियां, गुणा-भाग मशीन सहित विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से गणित सीखा रही हैं।

कबाड़ से जुगाड़

कबाड़ से जुगाड़ के तहत बच्चों को सिखाने के लिए शिक्षिका शारदा साहू विभिन्न कबाड़ के सामनों से खिलौने का निर्माण करा रही हैं। साथ ही टीएलएम के माध्यम से विभिन्न गणितीय माडल बनाकर स्कूली बच्चों को अंक ज्ञान, संख्या ज्ञान, जोड़ना, घटाना, गुणा, भाग, ज्यामितीय आकृतियों आदि के द्वारा गणित सीखा रही हैं। स्कूल के खेल मैदान में बच्चों को ले जाकर गणित सिखाने का प्रयास कर रही हैं। खेल के मैदान में वृत्त, त्रिभुज, चतुर्भुज आदि ज्यामितीय आकृतियों के आकार में बच्चों को खड़े कर गणित सीखा रही हैं।

विभिन्न सम्मानों से नवाजा जा चुका है

नवाचारी शिक्षिका शारदा साहू को विभिन्न सम्मानों से नवाजा जा चुका है। जिसमें शून्य निवेश नवाचार पुरस्कार से दो बार 2022 और 2023 में, विनोबा एप में शिक्षा में नवाचार के लिए 2024 में पुरस्कार और अनुकरणीय अध्यापन तथा उत्कृष्ट कार्य के शिक्षा दूत पुरस्कार 2024 दिया गया है।

पढ़ाती व सिखाती भी हैं

शिक्षिका शारदा साहू ने बताया कि प्राथमिक स्कूल के कक्षा तीसरी, चौथी और पांचवीं के बच्चों को गणित सिखाती और पढ़ाती हैं। बच्चों में गणित के प्रति रूचि बढ़ाने विभिन्न नवाचारी प्रयोगों के माध्यम से सिखाने का प्रयास कर रही हैं। गतिविधि आधारित शिक्षा के माध्यम से गणित सिखाने में मदद मिल रही है। कबाड़ से जुगाड़ के माध्यम से विभिन्न टीचिंग लर्निंग मटेरियल (टीएलएम) निर्माण कर स्कूली बच्चों को गणित सीखा रही हैं, जो बच्चे सीख नहीं पा रहे उन्हें अतिरिक्त कक्षा लेकर पढ़ाती और सिखाती हैं।

                                                                                                                                        साभार -नईदुनिया

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