किरंदुल में एनएमडीसी आयरन ओर प्लांट का बांध टूटा,
छत्तीसगढ़ के दक्षिण बस्तर में बारिश का कहर जारी है. इस बार की बारिश आफत बनकर आई है। लोग आये दिन भारी बारिश से परेशान हैं। बस्तर में बीते दो दिन से जारी बारिश से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सुकमा और बीजापुर में बाढ़ की वजह से यात्री फंसे हुए हैं। प्रशासन की तरफ से बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में अलर्ट जारी करते हुए आपदा प्रबंधन की टीम को नियुक्त किया है। बीजापुर, सुकमा के साथ-साथ बस्तर और दंतेवाड़ा जिला भी प्रभावित हुआ है. रविवार की सुबह तेज बारिश से किरंदुल में एनएमडीसी आयरन ओर प्लांट का बांध टूट गया. बांध टूट जाने से प्लांट का लाल पानी बस्तियों और सड़कों पर बहने लगा. चारों तरफ मलबा के साथ लाल पानी दिखाई दे रहा है. बांध के नीचे बंगाली कैंप प्रभावित हुआ है. छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के किरंदुल नगर में अतिवृष्टि के कारण रविवार को एनएमडीसी का डैम टूट गया। 40 से अधिक मकानों में लाल पानी घुस गया है. बांध टूट जाने से प्लांट का लाल पानी बस्तियों और सड़कों पर बहने लगा. चारों तरफ मलबा के साथ लाल पानी दिखाई दे रहा है. बांध के नीचे बंगाली कैंप प्रभावित हुआ है.
लाल पानी के तेज बहाव ने ट्रक और वाहनों को भी चपेट में ले लिया है. राहत की बात है कि बांध टूटने से किसी तरह की जनहानि नहीं हुई है. बस्तर संभाग के अलग-अलग जिलों में पिछले तीन दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है. बारिश ने आम जनजीवन को पूरी तरह से अस्त व्यस्त कर दिया है. एनएमडीसी लौह अयस्क खदान से निकलने वाले लाल मिट्टी और पानी ने रहवासियों की जिंदगी को मुश्किल बना दिया है. बस्तियों तक पानी रोकने के लिए एनएमडीसी प्रबंधन ने बांध बनाया है.
दूसरी ओर बीजापुर से हैदराबाद जाने वाली मार्ग को भोपालपटनम के आगे रामपुरम कैम्प के पास इंद्रावती नदी व रामपुरम नाले के बैक वाटर ने रास्ता रोक दिया हैं। यहां मुख्य मार्ग पर करीब 4 से 5 फीट पानी आ जाने से बीजापुर से तेलंगाना का सड़क संपर्क टूट गया है। दोनो तरफ फंसे यात्रियों को प्रशासन ने आश्रमों में रुकवाने की व्यवस्था की है। वही कांग्रेस का एक दल भी यात्रियों की मदद को पहुंचकर उन्हें खाना पानी मुहैया कराया है। छत्तीसगढ़ की सरहद पर तालपेरु नाला भी अपने पूरे शबाब पर चल रहा है।
चारों तरफ मलबा के साथ बह रहा लाल पानी
लगातार हो रही बारिश की वजह से 11B सेक्टर में बांध टूट गया है. बांध का सारा पानी किरंदुल की सड़कों और बंगाली कैंप तक घुस रहा है. कई मकानों में लाल पानी घुसने से लोग परेशान हैं. एनएमडीसी प्रबंधन का कहना है कि बारिश थमने के बाद एक बार फिर से बांध बनाया जाएगा. लाल पानी के बहाव को रोकने की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है. चारों तरफ लाल पानी और मलबा नजर आ रहा है.