तीसरे चरण के चुनाव प्रचार में पार्टियों ने झोंकी ताकत, आखिरी दो दिन ही बाकी
छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव प्रचार अपने चरम सीमा में पहुंच गया है स्टाार प्रचारकों के साथ साथ क्षेत्रीय नेताओं ने भी अपनी सारी ताकत झोंक दी है। बता दे कि छत्तीसगढ़ में 3 चरणों में चुनाव होना है जिसमें 2 चरणों का चुनाव सम्पन्न हो गया है अब तीसरे चरण के चुनाव को 2 दिन ही बाकी है ऐसे में सभी राजनीतिक दलों ने अपनी सारी ताकत झोंक दी है। प्रदेश में तीसरे चरण का चुनाव 7 मई मंगलवार को होना है। छत्तीसगढ़ की सात लोकसभा सीटों पर तीसरे चरण के लिए चुनाव प्रचार-प्रसार का अंतिम दो दिन ही बाकी है। इन दो दिनों के लिए भाजपा-कांग्रेस दोनों पार्टियों ने ताकत झोंक दी है। वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पांच मई शाम तक लगातार चुनावी सभाएं हैं। चुनावी आचार संहिता के प्रभावी होने के पहले चार और पांच मई को भाजपा-कांग्रेस की कई बड़ी सभाएं होंगी।
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के लिए अपनी दो सीटें बस्तर और कोरबा को बचाने की जद्दोजहद है तो वहीं, भाजपा के लिए उन दो सीटों को जीते बिना उसका चार सौ पार वाला अभियान सफल करने की उम्मीद है। लडऩे और जीतने की ललक-लालसा का यह अंतर शहर से गांव तक हर जगह दिख रहा। स्टार प्रचारकों के साथ साथ स्थानीय नेताओं ने भी इन दोनों सीटों पर अपनी सारी ताकत झोंक दी है। बस्तर में तो चुनाव सम्पन्न हो गया है पर अभी कोरबा के लिए दोनों ही दल जोर लगा रहे है। अब चुनाव की प्रकृति बदल चुकी है। जीत के लिए समय, शक्ति और संसाधन तो चाहिए ही, इन तीनों के बीच संतुलन भी आवश्यक है। भाजपा संतुलित तरीके से आगे बढ़ रही। कांग्रेस अपने प्रत्याशियों के भरोसे है।
वहीं, कांग्रेस में स्टार प्रचारकों के साथ-साथ पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं स्थानीय नेताओं ने मोर्चा संभाले हुए हैं। सभा के माध्यम से चुनाव प्रचार की अनुमति पांच मई की शाम पांच बजे तक होगी। इसके बाद प्रत्याशी घर-घर जाकर जनसंपर्क कर सकते हैं। चुनावी आचार संहिता के प्रभावी होने के पहले चार और पांच मई को भाजपा-कांग्रेस की कई बड़ी सभाएं होंगी। भाजपा-कांग्रेस के स्टार प्रचारकों में भी चार व पांच मई को प्रदेश के चुनावी सभाओं में इनकी धमक देखने को मिलेगी। चार मई को मुख्यमंत्री पांच बड़ी सभा लेंगे। वहीं, उप मुख्यमंत्री अरुण साव, विजय शर्मा सहित अन्य प्रत्याशी अपने क्षेत्रों में चार से ज्यादा विधानसभा को साधेंगे। कांग्रेस में भी कुछ इसी तरह की रणनीति बनाई गई है। यहां प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट डटे हुए हैं।
साथ ही गांव से लेकर शहर तक पार्टियों ने कार्यकर्ताओं को अपने क्षेत्रों में बूथवार जनसंपर्क के निर्देश दिए हैं। आखिरी दो दिनों में ज्यादा से ज्यादा मतदाताओं को साधने के लिए पार्टियों ने सारा अमला झोंक दिया है। तीसरे चरण में सात सीटों पर लगभग कुल 1.39 करोड़ मतदाता हैं, जिसमें महिला मतदाताओं की संख्या लगभग 69 लाख 67 हजार 544 व पुरुष मतदाताओं की संख्या 69 लाख 33 हजार 121 हैं।