छत्तीसगढ़ में दोबारा आएगी कांग्रेस या खिलेगा कमल......!, सबके अपने-अपने दावे
पांच राज्यों के चुनावी नतीजे का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। 3 दिसंबर को ईवीएम सभी के भाग्य का फैसला कर देगी। इससे पहले हार-जीत के तमाम कयास लगाए जा रहे हैं। एक दिन पहले आए एक्जिट पोल ने सभी राजनीतिक दलों की धड़कनें और भी बढ़ा दी है। अधिकांश एग्जिट पोल में एक ओर जहां छत्तीसगढ़ में कांग्रेस लगातार दूसरी बार जीत हासिल करती नजर आ रही है। हालांकि सर्वे के अनुसार भाजपा का भी प्रदर्शन अच्छा रहा है। लेकिन इससे पहले छत्तीसगढ़ समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद आए एग्जिट पोल ने सियासी हलचल बढ़ा दी है। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने दावा करते हुए कहा कि एग्जिट पोल चलने दीजिए, लेकिन सरकार तो कांग्रेस की ही बनेगी और भारी बहुमत से बनेगी। सभी दल इसे अपने-अपने पक्ष में बताते हुए जीत के दावे कर रहे हैं, लेकिन हकीकत तो 3 दिसंबर को ही सामने आएगी। बात मध्यप्रदेश के पड़ौसी राज्य छत्तीसगढ़ की करें तो तमाम एक्जिट पोल पुन: वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल यानी काका को सत्ता पर काबिज करने का दावा कर रहे हैं, वहीं यहां भाजपा को भी हल्की सी बढ़त मिलती दिख रही है। छत्तीसगढ़ में कुल 90 सीटों के लिए मतदान हुआ है। जिनमें से 46 सीटें लाने वाली पार्टी बहुमत हासिल कर सत्ता पर काबिज हो सकेगी। तमाम एक्जिट पोल यहां दोबारा कांग्रेस की सरकार बनने का अनुमान लगा रहे हैं।
वहीं, एग्जिट पोल पर डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने कहा कि कम से कम यह संतोष का विषय है कि जो एग्जिट पोल में कांग्रेस को आगे दिखा रहे हैं और मेरा अभी भी यह मानना है कि 60 के आसपास तक कांग्रेस जाएगी। उन्होंने कहा कि जब आप सरकार में रहते हैं तो कई बार ऐसा होता है कि आप उम्मीद पर पूरा खरे नहीं उतर पाते हैं। सरकार में आप जब रहेंगे तो आपने जितना काम किया, जो काम नहीं हुआ, वह ज्यादा सामने दिखता है, तो ऐसे परिस्थिति हमेशा किसी भी सरकार के सामने बनती है और अभी भी मेरा मानना है कि काम जो कांग्रेस ने किया है वह आपको दो तिहाई के आसपास देखने को मिलेगा।
एग्जिट पोल के नतीजे आने के बाद राज्य के पूर्व सीएम रमन सिंह समेत भाजपा के कई नेताओं ने पार्टी की सरकार बनाने का दावा किया है। वहीं एग्जिट पोल पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि एग्जिट पोल का आकार सीमित होता है। भारतीय जनता पार्टी का सैंपल साइज बहुत बड़ा है। मैं डेढ़ साल से पूरे छत्तीसगढ़ में घूम रहा हूं, एक-एक विधानसभा में जाकर जनता से संवाद किया, कार्यकर्ताओं से संवाद किया उस आधार पर मैं बहुत स्पष्ट रूप से कह सकता हूं कि छत्तीसगढ़ में तीन दिसंबर को जब मतगणना होगी तब छत्तीसगढ़ में कमल खिलेगा।