छत्तीसगढ़ में पीएम के काम के दम पर चुनाव लड़ेगी बीजेपी
पीएम नरेंद्र मोदी के तीसरे छत्तीसगढ़ दौरे पर यह पूरी तरह से साफ हो गया कि छत्तीसगढ़ बीजेपी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर ही चुनाव लड़ेगी। यानी पार्टी सीएम का चेहरा घोषित किए बगैर ही विधानसभा चुनाव लड़ेगी। छत्तीसगढ़ में भाजपा इस बार मोदी मॉडल को चुनावी अस्त्र बनाएगी। विधानसभा और लोकसभा चुनाव वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गारंटी मॉडल पर लड़ेगी। तीनों चुनावी राज्यों (छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान) में सीएम का फेस घोषित किए बिना ही सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा। इतना ही नहीं तेलंगाना और मिजोरम में भी पार्टी सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। क्योंकि इन सभी राज्यों में इसी साल चुनाव होने हैं।
बिलासपुर की परिवर्तन महासंकल्प रैली में प्रधानमंत्री मोदी ने महिलाओं को आरक्षण देने, किसानों के खाते में सीधे राशि भेजने, उज्ज्वला गैस योजना के माध्यम से महिलाओं की जिंदगी धुआंमुक्त बनाने समेत अन्य गारंटी मॉडल की सफलताओं का उल्लेख करते हुए इन्हें भाजपा की ताकत बताया था। बता दें कि भाजपा प्रदेश में 2018 का विधानसभा चुनाव और 2019 का लोकसभा चुनाव गुजरात मॉडल पर लड़ी थी। विधानसभा चुनाव में हार और लोकसभा चुनाव में बड़ी जीत मिली थी।
छत्तीसगढ़ बीजेपी में सीएम का चेहरा कौन होगा? इसके जवाब में प्रधानमंत्री मोदी ने बीजेपी कार्यकर्ताओं का हौसला अफजाई करते हुए कहा कि हमारा संगठन बहुत मजबूत है। छत्तीसगढ़ बूथ-बूथ पर हमारा नेटवर्क है। जब तक हर बूथ पर कमल नहीं खिलेगा तब तक हम चैन से नहीं बैठेंगे। कार्यकर्ता घर-घर जाएंगे और एक-एक मतदाता से मिलेंगे। बीजेपी इस चुनाव में जहां-जहां केंद्रीय योजनाओं की सफलता गिनाएगी। वहीं पूर्व सीएम रमन सिंह के 15 साल के विकास कार्यों को भी बताएगी। पिछले दो चुनावों में बीजेपी ने सीएम फेस के रूप में रमन सिंह को आगे कर उनके नाम पर चुनाव लड़ी था, लेकिन इस बार भाजपा ने अपनी चुनाव रणनीति में बदलाव किया है।
वर्ष 2003 में भी छत्तीसगढ़ बीजेपी से सीएम का कोई चेहरा नहीं था। चुनाव के बाद भाजपा जीती तो दिल्ली से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का आर्शीवाद मिला और डॉ. रमन सिंह प्रदेश के दूसरे मुख्यमंत्री बने। इसी तरह वर्ष 2017 में बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ा था और वहां पर पूर्ण बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बनी थी। वर्ष 2014 के बाद हरियाणा, झारखंड, महाराष्ट्र में भी बीजेपी ने मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किए बिना ही जीत हासिल की थी।
मोदी मॉडल क्या है: सीएम बघेल
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रविवार को पत्रकारवार्ता में मोदी मॉडल को लेकर भाजपा पर कटाक्ष किया है। प्रदेश में शिक्षा-स्वास्थ्य और संस्कृति को लेकर जो काम हुए हैं, वह छत्तीसगढ़ का माडल है। मोदी गारंटी किसानों की आय दोगुनी करने, 15-15 लाख रुपये खाते में आने, दो करोड़ लोगों को नौकरी देने, महंगाई कम करने का था, मगर कुछ हुआ नहीं। मोदी गारंटी माडल केवल जुमला है।