कमजोर इम्युनिटी वालों के लिए कोरोना-इंफ्लुएंजा दोनों खतरनाक - CGKIRAN

कमजोर इम्युनिटी वालों के लिए कोरोना-इंफ्लुएंजा दोनों खतरनाक


 देश के कई राज्यों में इन्फ्लुएंजा (H3N2) वायरस फैल रहा है. यह नाक, गले और फेफड़ों को संक्रमित करता है. हाल के दिनों में इस वायरस का प्रसार व्यापक रूप से हुआ है. ऐसे बीमारियों से बचने के लिए हमें अपने एम्मुनिटी बढ़ाना होगा. जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है वह अधिक बीमार होते हैं। मौसम बदलते ही अगर आपको अक्सर सर्दी-जुकाम हो जाता है, अक्सर थकान-सिरदर्द बनी रहती है और बार-बार यूटीआई जैसे संक्रमण होते रहते हैं तो यह संकेत है कि आपकी इम्युनिटी कमजोर है, ऐसे लोगों में कोरोना और H3N2 इंफ्लूएंजा की भी खतरा अधिक हो सकता है। विशेषज्ञ कहते है की जिसकी एम्मुनिटी पावर कम है उसे ये रोग जल्दी अपने गिरफ्त में ले लेते है इसलिए एन लोगो को भीड़ भाड़ से बचना चाहिए और अपनी एम्मुनिटी पावर को बढ़ाने के विषय में ध्यान देना चाहिए. स्वास्थ्य विभाग ने कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में इस फ्लू के ज्यादा खतरे को देखते हुए उन्हें भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में जाने से बचने की सलाह दी है. खासकर अस्थमा और लंग इन्फेक्शन से ग्रस्त मरीजों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और बच्चों को इस संक्रमण से बचाव को लेकर ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है.

देश में कोरोना और इंफ्लुएंजा वायरस ने डराना शुरू कर दिया है। ये वायरस स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए चिंता का कारण बना हुआ है। देश में अधिकतर लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है और बूस्टर डोज भी लग चुकी है, ऐसे में कोरोना के कारण गंभीर रोग विकसित होने का खतरा कम है, पर कोमोरबिडिटी और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों के लिए कोरोना और H3N2 इंफ्लूएंजा, दोनों ही गंभीर रोग कारक हो सकते हैं।

भारत में कोरोना के केस भी एक बार फिर बढ़ने लगे हैं।  केंद्र सरकार ने देश के कुछ राज्यों में पॉजिटिविटी रेट बढ़ने पर भी चिंता जाहिर की है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, इम्युनिटी पावर कमजोर होना सिर्फ कोरोना और H3N2 इंफ्लूएंजा ही नहीं कई प्रकार के और भी संक्रामक रोगों के खतरे को बढ़ाने वाला हो सकता है। 

इम्युनिटी को मजबूती देना एक सतत प्रक्रिया है जिसके लिए आपको निरंतर प्रयास करते रहने की आवश्यकता है। इसके लिए कुछ बातों का विशेष ध्यान रखें। पौष्टिक आहार, जिसमें कई प्रकार का विटामिन्स और खनिज हों, उनका सेवन करें।  नियमित योग-व्यायाम आपको बेहतर महसूस करने, बेहतर नींद लेने और चिंता कम करने में मदद करेंगे। वजन बढ़ना आपके शरीर के कार्य करने के तरीके को प्रभावित कर सकता है। धूम्रपान और शराब से बिल्कुल दूरी बनाकर रखें।

एम्मुनिटी बढ़ाने तुलसी का करे उपयोग - आयुर्वेद में तुलसी ऐसी ही एक दिव्य औषधि है जो कई तरह की गंभीर बीमारियों के खतरे को कम करने में मददगार मानी जाती है। तुलसी की पत्तियों में एंटीऑक्सिडेंट उच्च मात्रा में पाई जाती है जो शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करती है। काढ़े में तुलसी की पत्तियों को मिलाकर इसका सेवन करना भी काफी लाभकारी माना जाता है। अध्ययनों से पता चलता है कि तुलसी आपके शरीर को जहरीले रसायनों से बचाने के साथ प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में सहायक हो सकती है। इसमें मौजूद गुण कैंसर कोशिकाओं के विकास को कम करके कैंसर को भी रोक सकते हैं।

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