राहुल की ‘सदस्यता’ से सियासी संग्राम: भाजपा -कांग्रेस में मारपीट
भारत माता का आशीर्वाद और भारत की जनता आपके साथ है. लोकतंत्र जीतेगा-तानाशाही हारेगी...-सीएम बघेल
राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म, 8 साल नहीं लड़ पाएंगे चुनाव
बता दें की यह घटना ४ साल पुरानी है जब साल 2019 का चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी ने 'मोदी सरनेम' को लेकर कहा था कि नीरव मोदी, ललित मोदी और अन्य का नाम लेते हुए कहा था, "कैसे सभी चोरों का सरनेम मोदी है?" राहुल गांधी के इस बयान पर मोदी समाज को लोगों ने आपत्ति जताई थी और कोर्ट में मानहानि का केस दायर किया था। राहुल के इस बयान को लेकर भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने राहुल खिलाफ धारा 499, 500 के तहत आपराधिक मानहानि का केस दर्ज कराया था। आखिरकार कोर्ट के इस फैसले ने राहुल गांधी की लोकसभा की सदस्यता पर संकट खड़ा कर दिया। लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 के प्रावधान और सुप्रीम कोर्ट के दिए पुराने फैसलों के आधार पर राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द कर दी गई है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केन्द्र सरकार की तुलना अंग्रेजों से करते हुए कहा कि हम कांग्रेसी हैं। गोरों से नहीं डरे तो काले अंग्रेजों से क्या डरेंगे। ऐतिहासिक गांधी मैदान में केन्द्र सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करने के लिए हम यहां हैं। देश में जो हालात है,उसे आप सब समझ रहे हैं। राहुल गांधी की पदयात्रा समाप्त हुई और लोकसभा में प्रतिरोध जारी है।
सीएम ने कहा कि राहुल जी के खिलाफ केंद्र पूरी ताकत लगा चुकी है। राहुल, सोनिया जी को परेशान करने के लिए नेशनल हेराल्ड का मामला उठाया जाता है। उन्हें लगातार पेशी पर बुलाया जा रहा है। केंद्र सरकार विपक्ष को दबाने का प्रयास कर रही है, लेकिन हम अंग्रेजों से नहीं डरे तो इनसे क्या डरेंगे। केंद्र सरकार अडानी को संरक्षण देने का काम कर रही है। हमने किसानों के हित में बात की है। विधानसभा में 20 क्विंटल धान खरीदी की घोषणा की है। पूरे प्रदेश में खुशी की लहर दौड़ उठी है। प्रदेश में जश्न का माहौल है। आप उसे डराना चाहते हैं जो पूरे देश को कह रहा है “डरो मत”। इंदिरा जी के साथ भी यही भूल की थी कुछ लोगों ने, बाकि फिर इतिहास है।
राहुल गांधी के खिलाफ केंद्र सरकार का षडयंत्र: मोहन मरकाम
वहीं पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने कहा कि राहुल गांधी के खिलाफ केंद्र सरकार का षडयंत्र है, हम सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे। केंद्र विपक्ष की आवाज को दबाने का काम कर रही है। मरकाम ने कहा कि कमल का फूल एक ताबीज हो चुका है, जिसे पहनने से ईडी और आईटी जैसे छापे पढ़ना बंद हो जाते हैं। सत्य परेशान हो सकता है, लेकिन पराजित नहीं हो सकता है। इस वक्त पूरा देश राहुल गांधी के साथ खड़ा है।
पत्थरबाजी से फूटा सिर, नेता और पुलिस घायल, जाम से राहगीर हलाकान
राहुल गांधी की लोकसभा से सदस्यता रद होने के बाद शुक्रवार को राजधानी रायपुर में भाजपा और कांग्रेस के बीच सियासी संग्राम छिड़ गया। दोनों दल के कार्यकर्ताओं ने भाजपा और कांग्रेस कार्यालय में हंगामा करते हुए जमकर उत्पात मचाया। इस घटना में भाजयुमों के जिला अध्यक्ष गोविंदा गुप्ता का सिर फट गया, वहीं एक अन्य कार्यकर्ता के हाथ में चोट लगी।
मंत्रियों के बंगलों में फेंका स्याही-- एकात्म परिसर से राजीव भवन जाते समय भाजयुमों कार्यकर्ता शंकरनगर मार्ग स्थित सभी मंत्रियों के बंगलों में विरोध स्वरूप काली स्याही भरे गुब्बारे फेंकते गए।इसके साथ ही जिंदाबाद, मुर्दाबाद के नारे लगाते राजीव भवन की तरफ बढ़े।वहां पहले से तैनात पुलिस बल ने कार्यकर्ताओं को भीतर प्रवेश करने से रोका। इस दौरान कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ जमकर झूमा झटकी हुई।
चक्काजाम कर जताया विरोध--राजीव भवन के पास से खदेड़े जाने के बाद भाजपा और भाजयुमों कार्यकर्ता शंकर नगर चौक के पास धरने पर बैठ गए और चक्का जाम कर दिया।इससे काफी देर तक यातायात जाम की स्थिति निर्मित हो गई।