छत्तीसगढ़ में 32 निजी स्कूलों की मान्यता रद्द
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में मान्यता प्राप्त कुल 32 निजी स्कूलों के ऊपर मंगलवार को बड़ी गाज गिरी है. जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मिल रही शिकायतों के बाद 32 प्राइवेट स्कूलों की मान्यता को रद्द किया है. स्कूलों में पंजीकृत बच्चों के अभिभावकों की शिकायत पर प्रशासन ने यह बड़ा फैसला लिया. जिला प्रशासन ने सूरजपुर जिले के उन 32 स्कूलों की मान्यता रद्द करने का फैसला लिया, जो सिर्फ कागजों में चल रहे थे. माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में जिले के अन्य निजी स्कूलों पर निगरानी और सख़्त होगी, ताकि किसी भी बच्चे की शिक्षा के साथ खिलवाड़ न हो सके. स्कूलों की मान्यता रद्द करने आदेश के बाद निजी स्कूल संचालकों में हड़कंप मच गया है।
बता दें कि हंस वाहिनी विद्या मंदिर स्कूल नारायणपुर, आमापारा में होमवर्क नहीं करने पर नर्सरी के मासूम बच्चे को टीचर ने अमानवीय तरीके से दंडित किया था। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में बच्चा टी-शर्ट के सहारे पेड़ से लटका हुआ नजर आ रहा है, जबकि नीचे उसने सिर्फ अंडरवीयर पहना हुआ है। इस घटना के बाद पालकों में आक्रोश है। उन्होंने दोषी शिक्षक पर तत्काल कार्रवाई की मांग की थी। संयुक्त कलेक्टर पुष्पेंद्र शर्मा ने कहा है कि सुरक्षा से समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसी स्कूलों की सख्त जांच होगी।
कलेक्टर ने सरकारी मान्यता वाले ऐसे सभी स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए
रिपोर्ट के मुताबिक जिला कलेक्टर सूरजपुर ने ऐसे सभी स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए, जिन्हें सरकारी मान्यता हासिल थे, लेकिन वो चल नहीं रहे थे. कलेक्टर के निर्देश के बाद अलग-अलग विकासखंडों में BEO और ABEO की संयुक्त टीमों ने औचक निरीक्षण किया और दोषी पाए स्कूलों की सूची तैयार कर कलेक्टर की सौंपी गई.
अलग-अलग विकासखंडों में BEO और ABEO की संयुक्त टीमों ने किया औचक निरीक्षण
गौरतलब है BEO और ABEO की संयुक्त टीमों ने औचक निरीक्षण में चौंकाने वाला खुलासा हुआ. साल 2025–26 सत्र में ज़िले के 32 निजी स्कूल धरातल पर संचालित ही नहीं पाए गए, जिसके बाद प्रशासन ने इसे गंभीर अनियमितता मानते हुए सभी 32 स्कूलों की मान्यता तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी है.
ऐसे स्कूलों पर गंभीर शैक्षणिक धोखाधड़ी की श्रेणी में रखते हुए सख़्त कार्रवाई की सिफ़ारिश
जांच टीम ने पूरे मामले को गंभीर शैक्षणिक धोखाधड़ी की श्रेणी में रखते हुए सख़्त कार्रवाई की सिफ़ारिश की है. प्रशासन का कहना है कि आने वाले दिनों में भी जिले के अन्य निजी स्कूलों पर निगरानी और सख़्त होगी, ताकि किसी भी बच्चे की शिक्षा के साथ खिलवाड़ न हो सके.
ज़िला प्रशासन की चेतावनी, मानक के बिना स्कूल नहीं चलेंगे, ऐसे स्कूलों पर होगी कार्रवाई
अभिभावकों ने संचालित नहीं हो रहे 32 निजी स्कूलों की मान्यता रद्द करने के कदम का स्वागत किया है. अभिभावकों का कहना है इससे शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता और भरोसा बढ़ेगा. संयुक्त कलेक्टर पुष्पेंद्र शर्मा ने प्रतिक्रिया में कहा कि, ज़िला प्रशासन की चेतावनी मानक के बिना स्कूल नहीं चलेंगे, नियमों का उल्लंघन करने पर आगे भी होगी कड़ी कार्रवाई..
