अब आधार प्रमाणित उपयोगकर्ता ही आईआरसीटीसी की वेबसाइट या मोबाइल एप के जरिए टिकट बुक कर सकेंगे
इंडियन रेलवे ने फर्जी टिकट बुकिंग और दलालों की गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए बड़ा कदम उठाया है. अब किसी भी ट्रेन की आरक्षण बुकिंग खुलने के पहले दिन सुबह 8 बजे से 10 बजे के बीच केवल आधार प्रमाणित उपयोगकर्ता ही आईआरसीटीसी (IRCTC) की वेबसाइट या मोबाइल एप के जरिए टिकट बुक कर सकेंगे. रेलवे ने यह नई व्यवस्था यात्रियों की सुविधा और टिकट प्रणाली में पारदर्शिता बढ़ाने के उद्देश्य से लागू की है. आधार वेरिफिकेशन से पहले जिन लोगों ने अपना अकाउंट अपडेट नहीं किया, उन्हें जल्द से जल्द ऐसा करना होगा. रेलवे ने लोगों से अपील की है कि वे अपनी आईआरसीटीसी प्रोफाइल में आधार लिंक करें, ताकि टिकट बुकिंग में दिक्कत न हो. नई व्यवस्था के तहत यात्रियों को अपने आईआरसीटीसी अकाउंट से आधार नंबर लिंक करना जरूरी होगा. जिन उपयोगकर्ताओं ने अभी तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं की है, वे रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट या मोबाइल ऐप के माध्यम से इसे आसानी से कर सकते हैं. रेलवे का कहना है कि आधार लिंकिंग से हर यूजर की पहचान सत्यापित हो जाएगी, जिससे कोई व्यक्ति एक से अधिक फर्जी अकाउंट बनाकर टिकट बुक नहीं कर पाएगा. यह नियम खासतौर पर उस समय के लिए लागू रहेगा जब नई ट्रेनों की बुकिंग शुरू होती है या तत्काल टिकटों की मांग अधिक रहती है. अक्सर इस दौरान टिकट दलाल बड़ी संख्या में टिकटें बुक कर लेते हैं, जिससे वास्तविक यात्रियों को सीट नहीं मिल पाती. अब आधार प्रमाणित यूजर्स के लिए लागू इस व्यवस्था से टिकट बुकिंग प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और निष्पक्ष हो जाएगी.
1 अक्टूबर से किसी भी ट्रेन की जनरल रिजर्वेशन खुलने के पहले 15 मिनट तक केवल आधार से वेरीफाइड यूजर्स ही आईआरसीटीसी की वेबसाइट या ऐप के जरिए टिकट बुक कर सकते हैं. पहले यह नियम सिर्फ तत्काल टिकटों पर लागू था, लेकिन अब इसे सभी जनरल रिजर्वेशन टिकटों के लिए लागू किया गया है. रेलवे का कहना है कि यह कदम आम यात्रियों के लिए फायदेमंद होगा. इससे फर्जी बुकिंग और टिकटों की कालाबाजारी पर लगाम लगेगी. छत्तीसगढ़ समेत अन्य राज्यों में भी यह बदलाव प्रभाव डालेगा, क्योंकि यहां बड़ी संख्या में लोग ऑनलाइन टिकट बुक करते हैं. रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, यह सुधार यात्रियों को बेहतर सुविधा देगा और टिकट बुकिंग प्रक्रिया को पारदर्शी बनाएगा.
रेल अधिकारियों ने बताया कि इस कदम से वास्तविक यात्रियों को टिकट मिलने की संभावना बढ़ेगी और दलालों द्वारा सॉफ्टवेयर या फर्जी अकाउंट के जरिए की जाने वाली गड़बड़ियों पर रोक लगेगी. रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे समय रहते अपने आईआरसीटीसी प्रोफाइल में आधार विवरण अपडेट कर लें, ताकि टिकट बुकिंग के दौरान किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े.
