छत्तीसगढ़ में इस दीपावली जमकर हुई धनवर्षा, रिकॉर्डतोड़ 16 हजार करोड़ रुपये का हुआ कारोबार
इस साल दिवाली ने देश भर में व्यापार के लिए एक नया रिकॉर्ड बनाया। अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ (CAIT) की शोध शाखा, CAIT रिसर्च एंड ट्रेड डेवलपमेंट सोसाइटी के शोध के अनुसार, इस त्योहारी सीज़न में देश भर में व्यापार में ज़बरदस्त उछाल देखा गया। अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ की रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल दिवाली पर कुल बिक्री रिकॉर्ड ₹6.05 लाख करोड़ तक पहुंच गई, जिसमें वस्तुओं में ₹5.40 लाख करोड़ और सेवाओं में ₹65,000 करोड़ शामिल है. जो अब तक का देश के व्यापार इतिहास का सबसे बड़ा त्योहारी कारोबार है। यह भारत के व्यापारिक इतिहास में अब तक का सबसे ज्यादा फेस्टिवल कारोबार है. वहीँ इस दीपावली पर छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था को भी नई मजबूती मिली है। इस दीपावली पर राज्य में लगभग 15 हजार 250 करोड़ से 16 हजार करोड़ रुपये का व्यापार हुआ है।
देश के सबसे बड़े व्यापारिक संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय वाइस चेयरमैन एवं राष्ट्रीय व्यापारी कल्याण बोर्ड के सदस्य अमर पारवानी, प्रदेश चेयरमैन जितेन्द्र दोशी, प्रदेश चेयरमेन विक्रम सिंहदेव, प्रदेश अध्यक्ष परमानंद जैन, प्रदेश महामंत्री सुरेन्द्र सिंह एवं प्रदेश कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल ने बताया कि कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने अपनी रिसर्च शाखा कैट रिसर्च एंड ट्रेड डेवलपमेंट सोसाइटी के सर्वेक्षण के आधार पर देशभर के 60 प्रमुख वितरण केंद्रों , जिनमें सभी राज्यों की राजधानियां एवं टियर-2 और टियर-3 शहर शामिल हैं।
कैट के अनुसार राष्ट्रीय वाइस चेयरमैन एवं राष्ट्रीय व्यापारी कल्याण बोर्ड के सदस्य अमर पारवानी ने बताया कि रिपोर्ट यह दर्शाती है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जीएसटी दरों में राहत और स्वदेशी अपनाने के “मजबूत ब्रांड एंबेसडर” के रूप में उभरे हैं, जिन्होंने व्यापारियों और उपभोक्ताओं दोनों को अभूतपूर्व रूप से प्रेरित किया है। पीएम मोदी का “वोकल फॉर लोकल” और “स्वदेशी दिवाली” का आह्वान जनता के बीच गहराई से गूंजा 87 प्रतिशत उपभोक्ताओं ने भारतीय वस्तुओं को विदेशी वस्तुओं के मुकाबले प्राथमिकता दी, जिससे चीनी उत्पादों की मांग में तेज गिरावट दर्ज की गई। व्यापारियों ने बताया कि भारतीय निर्मित वस्तुओं की बिक्री पिछले वर्ष की तुलना में 25 प्रतिशत बढ़ी है ।
बढ़ी हुई ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्रय शक्ति ने कुल बिक्री में लगभग 28 प्रतिशत का योगदान दिया, जो देश भर में व्यापक मांग का संकेत देता है। CAIT ने कहा, "2025 की दिवाली भारत की खुदरा और व्यावसायिक अर्थव्यवस्था में एक नया मानक स्थापित करेगी, जो परंपरा, तकनीक और भारतीय उद्यम में विश्वास के मिश्रण का प्रतीक है।" इसने आगे कहा कि इस वर्ष की दिवाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में एक प्रमुख मील का पत्थर है।
उन्होंने बताया कि दिवाली 2025 के आंकड़े पिछले वर्ष (₹4.25 लाख करोड़) की तुलना में 25 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाते हैं। मुख्य रूप से गैर-कारपोरेट एवं पारंपरिक बाजारों ने कुल व्यापार में 85 प्रतिशत योगदान दिया, जो भारतीय खुदरा बाजारों और छोटे व्यापारियों की शानदार वापसी को रेखांकित करता है।
