गणेश चतुर्थी पर जंगल में जन्मा हाथी का बच्चा, गांव के लोग मान रहे शुभ, कर रहे पूजा
पूरे देश में गणेश उत्सव की धूम मची हुई है। जगह-जगह भगवान गणेश की स्थापना कर उनकी पूजा-अर्चना की जा रही है। सड़कों पर गणपति बप्पा मोरिया के नारों की गूंज सुनाई देती है। इसी बीच छत्तीसगढ़ से एक अनोखी घटना सामने आई। यहां घरघोड़ा फॉरेस्ट रेंज के कंटगडीह गांव के पास एक हथिनी ने बच्चे को जन्म दिया है। इस बच्चे का जन्म गणेश चतुर्थी पर हुआ। इसे लेकर गांव वालों में उत्साह है। बच्चे की पूजा-अर्चना की जा रही है, जिसके वीडियो भी इंटरनेट पर देखे जा रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में गणेश उत्सव के दौरान हुई इस अनोखी घटना ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है। यह खबर फैलते ही आसपास के गांवों से लोग बच्चे को देखने के लिए उमड़ पड़े। लोग इसे शुभ मान रहे थे। वन विभाग के कर्मचारियों ने भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश की ताकि हाथियों को कोई परेशानी न हो।
कटंगडीह गांव में सुबह 3 बजे के आसपास बछड़े का जन्म हुआ। दोपहर तक सैकड़ों लोग उसे देखने आ गए। सोशल मीडिया पर हाथियों की पूजा करते हुए ग्रामीणों के वीडियो वायरल हो गए। वन विभाग के अधिकारी अरविंद पीएम ने कहा कि उनकी टीम हाथियों और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में लगी है।
वन विभाग की लोगों से अपील
वन विभाग के कर्मचारियों ने लोगों से दूरी बनाए रखने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि शोर से हाथियों का झुंड उत्तेजित हो सकता है। ग्रामीण घनश्याम राठी ने कहा कि उन्हें दूर से ही 'शुभ शगुन' की पूजा करने का सौभाग्य मिला। उन्होंने कहा कि अब वे हाथियों को अपने खेतों में आने से नहीं रोकेंगे। एक अन्य ग्रामीण तुषार साहू ने कहा कि गणेश चतुर्थी के दौरान बछड़े का जन्म एक आशीर्वाद जैसा है। वन विभाग के अधिकारियों को मां और बछड़े को भीड़ से दूर ले जाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
