साय कैबिनेट का विस्तार कल, छत्तीसगढ़ में ये तीन विधायक बन सकते हैं मंत्री
इंतजार की घड़ियां खत्म होने वाली हैं। जल्द ही छत्तीसगढ़ मंत्रिमंडल का विस्तार होने वाला है। बुधवार को साय कैबिनेट का विस्तार होगा। छत्तीसगढ़ में मंत्रिमंडल विस्तार की आधिकारिक पुष्टि हो गई है, और यह 20 अगस्त को होगा. राजभवन में मंगलवार को शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा. भाजपा विधायक दल छत्तीसगढ़ के सचेतक सुशांत शुक्ला ने मंत्रिमंडल विस्तार की जानकारी दी है. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की कैबिनेट में गजेंद्र यादव, खुशवंत साहब, राजेश अग्रवाल के नाम का ऐलान संभव माना जा रहा है. शपथ ग्रहण समारोह के पहले साय सरकार में मंत्री बनने वाले विधायक गजेंद्र यादव, राजेश अग्रवाल और गुरु खुशवंत साहेब रात में मुख्यमंत्री निवास पहुंचे हैं, जहां सीएम विष्णुदेव साय ने तीनों विधायकों के साथ चर्चा की. करीब आधे घंटे तक तीनों विधायक सीएम हाउस में मौजूद रहे.
साय मंत्रिमंडल में किस चेहरे को जगह मिलेगी. इसको लेकर कयासों का बाजार गर्म है. कई नाम की चर्चा सुर्खियों में है. बीजेपी के तीन विधायकों के नाम मंत्रीपद की रेस में सबसे आगे है. जिसमें गजेंद्र यादव ,राजेश अग्रवाल और गुरु खुशवंत साहेब का नाम शामिल हैं. सूत्रों की माने तो इन तीनों को राजभवन में आयोजित होने वाले मंत्रिमंडल शपथ ग्रहण समारोह में शपथ दिलाई जाएगी. बहरहाल लंबे समय से साय कैबिनेट के विस्तार की चर्चा पर अब कल विराम लग जाएगा. साय कैबिनेट में नए मंत्री शामिल होंगे। सूत्रों की अनुसार इस बार मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री सहित 13 की जगह 14 मंत्री होंगे. यहां हरियाणा का फार्मूला लगाया जाएगा. क्योंकि हरियाणा में भी 90 विधायक हैं और वहां मुख्यमंत्री सहित 14 मंत्री बनाए गए हैं.
हरियाणा में भी 90 विधायक हैं. हरियाणा में बीजेपी सरकार में मुख्यमंत्री समेत 14 मंत्री हैं. लिहाजा, हरियाणा के फॉर्मूले को छत्तीसगढ़ में भी लागू करते हुए 3 और मंत्री बनाए जा रहे हैं. हालांकि छत्तीसगढ़ बनने के बाद से 13 मंत्री ही बनते आ रहे हैं. नियमों के तहत विधायकों की संख्या के 15 प्रतिशत ही मंत्री बन सकते हैं, इस लिहाज से 90 विधायकों में 13.5 मंत्री बन सकते हैं इसलिए अब मुख्यमंत्री समेत 14 मंत्री होंगे.
पुराने मंत्रियों का नहीं होगा इस्तीफा
सूत्रों के अनुसार, नए मंत्रियों की कैबिनेट में एंट्री होगी, लेकिन मौजूदा मंत्रियों के विभाग या पद में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। जो मंत्री अभी हैं उन्हें टीम से बाहर नहीं किया जाएगा। अचकलें लगाई जा रही थी कि पुराने मंत्रियों का इस्तीफा हो सकता है।