ग्रामीणों को ठगी से बचाएंगे साइबर योद्धा, यूनिसेफ और पुलिस का संयुक्त अभियान - CGKIRAN

ग्रामीणों को ठगी से बचाएंगे साइबर योद्धा, यूनिसेफ और पुलिस का संयुक्त अभियान


छत्तीसगढ़ में जशपुर पुलिस जिला प्रशासन, यूनिसेफ और स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद से साइबर योद्धा तैयार कर रही है. पुलिस का ऐसा मामना है कि इन साइबर योद्धाओं के प्रयासों से लोग साइबर ठगी से बच सकेंगे. आज के डिजिटल युग में हर व्यक्ति डिजिटल  कामहो चुका है, लेकिन इसके साथ ही साइबर अपराधों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है. साइबर ठगों ने ठगी का ऐसा जाल बिछाया है कि हर दिन हजारों लोग इसका शिकार हो रहे हैं. लेकिन अब छत्तीसगढ़ की जशपुर पुलिस ने साइबर ठगी से निपटने के लिए एक अनोखी पहल शुरू की है. पुलिस ने तैयार 200 से अधिक साइबर योद्धा तैयार किए हैं, जो गांव-गांव जाकर लोगों को साइबर ठगी से बचाने के लिए जागरूक करेंगे. अब ये साइबर योद्धा और पुलिसकर्मी गांव-गांव, स्कूल-कॉलेजों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाकर जागरूकता अभियान चलाएंगे. जशपुर के एसएसपी शशि मोहन सिंह का कहना है कि इस पहल से साइबर अपराधों में कमी आएगी. पहले चरण में जशपुर जिले की 40 पिछड़ी ग्राम पंचायतों को चुना गया है, जहां साइबर योद्धा जाकर लोगों को साइबर फ्रॉड के खतरों और बचाव के तरीकों के बारे में बताएंगे.

जशपुर पुलिस ने जिला प्रशासन, यूनिसेफ और स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ मिलकर साइबर अपराधों के खिलाफ एक अनूठा मॉड्यूल तैयार किया है. इस मॉड्यूल के तहत 228 साइबर योद्धा तैयार किए गए हैं. दिल्ली से आए मास्टर ट्रेनरों ने इन स्वयंसेवकों के साथ-साथ 100 से अधिक पुलिसकर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया. इस प्रशिक्षण में साइबर ठगों की ठगी के तौर-तरीकों और उनसे बचाव के उपायों की विस्तृत जानकारी दी गई. प्रशिक्षण में एनएसएस के छात्र-छात्राओं ने भी हिस्सा लिया  अब जशपुर के गांवों में साइबर अपराध के खिलाफ लड़ाई कोई दूर की चीज नहीं रह गई है. #ClickSafe नामक इस अभियान के तहत तैयार किए गए सैकड़ों साइबर योद्धा  लोगों को डिजिटल धोखाधड़ी से बचाव के तरीके बताएंगे.वे चौपालों में बैठेंगे, स्कूलों में बात करेंगे और पंचायतों के माध्यम से यह संदेश पहुंचाएंगे कि कैसे एक साधारण कॉल, एक लिंक या एक ओटीपी की गलती आपके बैंक खाते को खाली कर सकती है. 

 एसएसपी शशि मोहन सिंह ने सभी साइबर योद्धाओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया. उन्होंने कहा कि साइबर फ्रॉड आज पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है और इस पहल से निश्चित रूप से साइबर अपराधों पर अंकुश लगेगा. जशपुर पुलिस की यह पहल न केवल साइबर अपराधों के खिलाफ एक मजबूत कदम है, बल्कि यह ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता फैलाने का भी एक अनूठा प्रयास है.

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