छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में 22 माओवादियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। इन सभी पर कुल 40 लाख रुपये का इनाम था। आत्मसमर्पण करने वालों में एक माओवादी दंपती भी शामिल है, जिन पर 8-8 लाख रुपये का इनाम घोषित था। प्रदेश सरकार की आत्मसमर्पण नीति से प्रेरित होकर माओवादी लगातार आत्मसमर्पण कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में माओवादी लगातार आत्मसमर्पण कर रहे हैं। प्रदेश सरकार की आत्मसमर्पण नीति से प्रेरित होकर शुक्रवार सुबह 22 माओवादियों ने सुरक्षाबलों के सामने सरेंडर कर दिया। इन सभी पर कुल 40 लाख रुपये का इनाम था। इसमें शामिल एक माओवादी दंपती पर 8-8 लाख रुपये का इनाम भी घोषित था। वहीं दो माओवादियों पर 5-5 लाख रुपये का इनाम था। सुकमा में एसपी किरण चव्हाण, सीआरपीएफ डीआईजी आनंद सिंह राजपुरोहित के सामने इन 22 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है। प्रदेश सरकार बार-बार माओवादियों से हथियार छोड़कर वापस मुख्यधारा में आने का संदेश दे रही है। सरकार ने माओवादियों को हथियारों के साथ सरेंडर करने पर बड़ा इनाम देने की घोषणा भी की है।
छत्तीसगढ़ के सुकमा में 40 लाख रुपये के इनामी 22 माओवादियों ने किया सरेंडर
Friday, April 18, 2025
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छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में 22 माओवादियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। इन सभी पर कुल 40 लाख रुपये का इनाम था। आत्मसमर्पण करने वालों में एक माओवादी दंपती भी शामिल है, जिन पर 8-8 लाख रुपये का इनाम घोषित था। प्रदेश सरकार की आत्मसमर्पण नीति से प्रेरित होकर माओवादी लगातार आत्मसमर्पण कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में माओवादी लगातार आत्मसमर्पण कर रहे हैं। प्रदेश सरकार की आत्मसमर्पण नीति से प्रेरित होकर शुक्रवार सुबह 22 माओवादियों ने सुरक्षाबलों के सामने सरेंडर कर दिया। इन सभी पर कुल 40 लाख रुपये का इनाम था। इसमें शामिल एक माओवादी दंपती पर 8-8 लाख रुपये का इनाम भी घोषित था। वहीं दो माओवादियों पर 5-5 लाख रुपये का इनाम था। सुकमा में एसपी किरण चव्हाण, सीआरपीएफ डीआईजी आनंद सिंह राजपुरोहित के सामने इन 22 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है। प्रदेश सरकार बार-बार माओवादियों से हथियार छोड़कर वापस मुख्यधारा में आने का संदेश दे रही है। सरकार ने माओवादियों को हथियारों के साथ सरेंडर करने पर बड़ा इनाम देने की घोषणा भी की है।
नक्सलियों के पास सुरक्षित ठिकाने नहीं बच रहे
दरअसल प्रदेश को नक्सल मुक्त करने के लिए सरकारें लगातार काम कर रही हैं. नक्सलियों की पुनर्वास नीति नीति से लेकर कई घोषणाएं की गई हैं. जिस तरह से नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है, संगठन घबरा रहा है. नक्सलियों के पास छिपने के लिए ठिकाने नहीं बच रहे हैं. सुकमा में एक साथ बड़ी संख्या में नक्सलियों का सरेंडर पुलिस और सुरक्षा बलों की बड़ी सफलता मानी जा रही है.
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