बीएड बर्खास्त सहायक शिक्षकों का अनोखा प्रदर्शन, हाथों में जंजीर, कैदियों वाले कपड़े पहन सड़कों पर उतरे हजारों शिक्षक
छत्तीसगढ़ में बीएड शिक्षक लंबे समय से अनशन कर रहे हैं। रविवार को बीएड शिक्षकों ने अनोखा प्रदर्शन किया है। शहीद दिवस के मौके पर शिक्षकों ने जंजीर बांधकर प्रदर्शन किया। हाथों में जंजीर, कैदियों वाले कपड़े, सामने तिरंगा थामे चलती दिखी भारत माता यह नजारा था बीएड शिक्षकों के प्रदर्शन का। इन शिक्षकों ने अपने आप को जंजीर में जकड़ कर जहां एक ओर शहीदों को श्रद्धांजलि दी, तो वहीं दूसरी ओर सरकार को दिखाने की कोशिश की की आज उनकी हालत क्या है. आज बेरोजगारी की दहलीज पर बैठे यह सहायक शिक्षक अपने आप को इन बेड़ियों में जकड़ा हुआ महसूस कर रहे हैं, और इससे वे आजादी चाहते हैं ,आजादी उन्हें तभी मिल सकेगी जब सरकार उनकी मांगों को पूरा करेगी.इस दौरान शिक्षकों ने जमकर नारेबाजी करते हुए सरकार से न्याय की मांग की।
बर्खास्त सहायक शिक्षकों का कहना है कि, इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री तथा अन्य संबंधित अधिकारियों से कई बार चर्चा की, लेकिन अभी तक सिर्फ आश्वासन ही मिला है, समाधान नहीं मिल सका है. इनका कहना है कि यदि सरकार जल्द ठोस निर्णय नहीं लेती है, तो आने वाले समय में आंदोलन और उग्र होगा.
अनोखे तरीके से प्रदर्शन कर रहे हैं शिक्षक
अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे शिक्षक हर दिन अनोखे अंदाज में प्रदर्शन कर रहे हैं। शिक्षकों ने अपने हक के लिए सामूहिक उपवास, मशाल जुलूस, मुंडन, खूव से खत लिखने और ज्ञापन देकर अपना विरोध दर्ज कराया है।
शिक्षकों का कहना है अयोग्य ठहराना गलत
शिक्षकों की यह मांग है कि, सरकार बीएड धारकों को प्राथमिक शिक्षक के पद पर भर्ती किया था, अब उन्हें अयोग्य ठहराना गलत है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राज्य सरकार के पास अधिकार है कि वह इन शिक्षकों को अन्य पदों पर समायोजित करे। हालांकि इस मामले में कमेटी गठित की गई लेकिन अभी तक कमेटी की रिपोर्ट नहीं सौंपी गई है। जिसे लेकर शिक्षक लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं।