छत्तीसगढ़ पंचायत चुनाव में अजब मामला... बैलेट पेपर पर प्रत्याशियों का बदला चिन्ह
छ्त्तीसगढ़ में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का आज पहला चरण है. इसके लिए वोटिंग शुरू हो गई है. प्रदेश में रायपुर से लेकर नक्सल प्रभावित जिलों में वोटिंग को लेकर गजब का उत्साह देखा जा रहा है. 53 ब्लॉक की ग्रम पंचायतों में आज 17 फरवरी को गांव की सरकार चुनने के लिए मतदाता वोट डाल रहे हैं. छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में पंचायत चुनाव के दौरान एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां के भैयाथान विकासखंड के ग्राम पंचायत डुमरिया में सरपंच पद के लिए चुनाव हो रहे थे, लेकिन मतदान के दौरान यह पता चला कि दो प्रत्याशियों के चुनाव चिह्न बदल दिए गए थे।सूरजपुर जिले के भैयाथान विकासखंड के ग्राम पंचायत डुमरिया में सरपंच पद के चुनाव को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। गांववाले सरपंच का चुनाव स्थगित करने की मांग पर अड़े हुए हैं। सरपंच पद के प्रत्याशियों के साथ उनके समर्थकों का आरोप है कि बैलेट पेपर में चुनाव चिह्न ही बदल गया है।
इस पंचायत में सरपंच के कुल चार प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। ग्रामीणों का दावा है कि सरपंच पद के प्रत्याशी रामकेश्वर मरावी को नारियल पेड़ छाप तथा रामप्रताप मरावी को गिलास चुनाव चिह्न आवंटित किया था।
दो प्रत्याशियों के चुनाव चिह्न गलत
इसी चुनाव चिह्न के आधार पर इन दोनों प्रत्याशियों ने गांव में घूम-घूम कर चुनाव प्रचार भी किया था। सोमवार सुबह जब गांववालों के साथ सरपंच पद के प्रत्याशी और उनके समर्थक मतदान केंद्र में पहुंचे तो पता चला कि बैलेट पेपर में दो प्रत्याशियों का चुनाव चिह्न ही गलत आवंटित कर दिया गया है।
सरपंच के लिए मतदान बंद हो गया
रामकेश्वर मरावी को नारियल पेड़ छाप की जगह गिलास छाप तथा रामप्रताप मरावी को गिलास छाप की जगह नारियल पेड़ चुनाव चिह्न वाला बैलेट पेपर दिया जा रहा था। इसी को लेकर विवाद शुरू हो गया। शुरू में कुछ मत पड़े और उसके बाद सरपंच के लिए मतदान बंद हो गया है।
गांव वाले सरपंच का चुनाव रद करने की मांग कर रहे है। अभी तक कोई भी प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है। यह वाकई में चूक है या फिर सरपंच पद के प्रत्याशियों ने ही छाप की सही तरीके से जानकारी नहीं ली है यह स्पष्ट नहीं है। सरपंच प्रत्याशियों का दावा है कि गांव के बहुसंख्यक मतदाता नाम के बजाय चुनाव चिह्न को आधार बनाकर मतदान करते हैं ऐसे में चुनाव चिह्न बदल जाने का असर चुनाव परिणाम पर पड़ेगा।
अधिकारियों के मतदान केंद्र पहुंचने के बाद स्थिति और स्पष्ट होगी। अभी सरपंच की वोटिंग नहीं हो रही है। गांव वाले मतदान केंद्र के बाहर ही जमे हुए हैं। यह गांव एसईसीएल भटगांव क्षेत्र से लगा हुआ है।
दंतेवाड़ा जिले में 2 बजे तक होगी वोटिंग
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले चरण की वोटिंग हो रही है.दंतेवाड़ा जिले के गीदम और दंतेवाड़ा ब्लॉक की पंचायतों के लिए चुनाव हो रहे हैं. प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक यहां मतदान का सुबह 6:30 बजे से वोटिंग हो रही है. जोकि दोपहर 2 तक चलेगी. दंतेवाड़ा और गीदम में मिलाकर कुल 103 पंचायतों में मतदान हो रहा है.
नक्सल इलाके में लंबी कतारें
सुकमा में पंचायत चुनाव को लेकर ग्रामीणों के भारी उत्साह है। एनडीटीवी की टीम सुकमा जिले के मांझीपारा पहुंची जहां ग्रामीणों की अच्छी भीड़ नजर आई. मांझीपारा वही इलाका है जहां से सुकमा जिले के पहले कलेक्टर एलिस पॉल मेनन का नक्सलियों ने अपहरण कर लिया था. आज यहां की तस्वीर बदल गई. लोगों में मतदान को लेकर खासा उत्साह देखने को मिल रहा है.