छत्तीसगढ़ में एक साथ हो सकते हैं नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव, तैयारी में राज्य सरकार..! - CGKIRAN

छत्तीसगढ़ में एक साथ हो सकते हैं नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव, तैयारी में राज्य सरकार..!


छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव एकसाथ कराने का प्रस्ताव आया है। आईएएस ऋचा शर्मा की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने राज्य सरकार को इस संबंध में अपनी अनुशंसा प्रस्तुत की है, हालांकि अंतिम निर्णय राज्य सरकार को लेना है। कमेटी का गठन 8 अगस्त को हुआ था, और अब उसने दोनों चुनावों को एकसाथ कराने की योजना तैयार कर ली है। छत्‍तीसगढ़ सरकार नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव एक साथ करा सकती है. इसके लिए नियमों में संशोधन करते हुए छत्तीसगढ़ शासन ने छत्तीसगढ़ नगरपालिक निगम (संशोधन) अध्यादेश 2024 में प्रकाशित किया है. सरकार ने यह कदम IAS ऋचा शर्मा की अध्‍यक्षता में पांच सदस्‍यीय कमेटी की सिफारिश के आधार पर उठाया है.  नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कार्यकाल पूरा होने से पहले ही नया चुनाव करना होता था, अब नए संशोधन के बाद 6 महीने के समय के लिए राज्य सरकार व्यवस्था बनाकर कार्य का संचालन कर सकती है. इस 6 महीने के भीतर नया चुनाव करना अनिवार्य है. इसके साथ राज्य सरकार द्वारा अधिसूचना के मुताबिक, निर्वाचक नामावली में यदि त्रुटि हो तो उसे संशोधित किया जा सकता है.

जानकारों के मुताबिक, कमेटी ने राज्‍य सरकार को अपनी सिफारिश पंचायत और निकाय चुनाव एक साथ कराए की सिफारिश की थी. कमेटी ने रिपोर्ट में कहा कि इससे धन की बचत के साथ ही विकास कार्यों में तेजी आएगी. दोनों चुनाव अलग-अलग कराने से आचार संहिता भी दो बार लगानी पड़ेगी. इससे विकास के काम प्रभावित होंगे, मैन पॉवर भी ज्‍यादा लगेगा. दोनों चुनाव एक साथ कराने से इन सबकी बचत होगी.

बताया जाता है कि दोनों चुनाव एकसाथ कराने का पूरा खाका तैयार कर लिया गया है। दोनों चुनावों की घोषणा एकसाथ होगी लेकिन पंचायत और निकाय के लिए नामांकन की तिथियां अलग-अलग रहेंगी। मतदान के लिए भी तिथियां अलग-अलग घोषित की जाएंगी। लेकिन, दोनों चुनावों की मतगणना एकसाथ होगी।

पिछला नगरीय निकाय चुनाव 2019-20 में हुआ था. राज्‍य के 27 जिलों के 151 निकायों के 2840 पार्षदों के चुनाव के लिए 21 दिसंबर 2019 को मतदान हुआ था, और 24 दिसंबर को परिणाम घोषित किए गए थे. वहीं 20 दिसंबर 2020 को 15 नगरीय निकायों के 370 वार्डों में आम चुनाव हुआ था. 16 नगरीय निकायों के 17 वार्डों में उपचुनाव हुआ था. इसके अलावा राज्य के 146 जनपद पंचायतों में स्थित त्रिस्तरीय पंचायतों में 400 जिला पंचायत सदस्य, 2979 जनपद पंचायत सदस्य, 11636 सरपंच और 160350 पंच पद के लिए चुनाव हुआ था.

छत्‍तीसगढ़ में गरमाई राजनीति, भाजपा पर कांग्रेस ने लगाए आरोप

नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव एकसाथ कराए जाने को लेकर अभी तक स्थिति स्पष्ट नही है लेकिन राजनीतिक सियासत तेज हो गई है। भाजपा पर कांग्रेस ने एकसाथ चुनाव कराकर राजनीतिक लाभ लेने का आरोप लगाया है। उपमुख्यमंत्री अरुण साव का कहना है कि समिति का गठन किया गया था, जिसने रिपोर्ट सौंप दी है। जल्द ही निर्णय लिया जाएगा। एकसाथ चुनाव कराए जाने से धन और समय दाेनों बचेगा।

वहीं, पूर्व मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शिव डहरिया का कहना है कि दोनों चुनाव एकसाथ कराना व्यवहारिक नहीं है। भाजपा को फायदा पहुंचाने एकसाथ चुनाव कराने की तैयारी की जा रही है। भाजपा हर जगह राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश करती है। दोनों चुनाव का समय अलग-अलग है। ऐसे में एकसाथ कैसे कराया जा सकता है। ये व्यवहारिक नहीं है।

प्रदेश में निकाय एक नजर में

छत्तीसगढ़ में कुल निकाय – 184

छत्तीसगढ़ में कुल नगर निगम – 14

छत्तीसगढ़ में नगर पालिका परिषद् – 48

छत्तीसगढ़ में कुल नगर पंचायत – 122

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