क्या अचानक हुआ अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे का फैसला? - CGKIRAN

क्या अचानक हुआ अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे का फैसला?

 


आम आदमी पार्टी के सूत्रों का कहना है कि अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे पर फैसला कल AAP के शीर्ष नेताओं की बैठक में लिया गया था. अरविंद केजरीवाल ने शीर्ष नेताओं से कहा कि वे इस्तीफा देने जा रहे हैं. उसके बाद मनीष सिसोदिया के घर पर दूसरी बैठक हुई. इस बैठक में केजरीवाल के इस्तीफे को लेकर अंतिम रणनीति बनी. आबकारी नीति मामले में जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद अरविंद केजरीवाल ने दो दिनों के बाद सीएम पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया है. लेकिन क्या अरविंद केजरीवाल ने खुद या निर्णय लिया है या पार्टी की बैठक में उनके इस्तीफे को लेकर फैसला लिया जाएगा. आइए जानते हैं.

शराब नीति मामले में जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सीएम पद से अपने इस्तीफे के ऐलान की घोषणा कर दी. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह अगले दो दिन में सीएम पद से इस्तीफा दे देंगे और जनता की अदालत में जाएंगे. जनता जब फिर चुनकर भेजेगी तो फिर वह मुख्यमंत्री बनेंगे. उन्होंने महाराष्ट्र चुनाव के साथ नवंबर में दिल्ली का चुनाव भी कराने की मांग की.

आम आदमी पार्टी की बैठक में हुआ फैसला

सूत्रों का कहना है कि अरविंद केजरीवाल ने खुद पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर जेल में ही इस्तीफा देने का फैसला कर लिया था. लेकिन साथ में यह भी तय कर लिया था कि जेल में रहते इस्तीफा नहीं देंगे, बल्कि बाहर आकर ही इस्तीफा देंगे.

शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया. अपनी रिहाई के बाद रविवार को अरविंद केजरीवाल ने आम लोगों को संबोधित करते हुए दो दिन के बाद इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया.

उन्होंने कहा कि उनके इस्तीफे के बाद आम आदमी पार्टी से कोई दूसरा शख्स दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री बनेगा. आम आदमी पार्टी की विधायक दल की बैठक होगी. इस बैठक में मुख्यमंत्री पद को लेकर फैसला होगा. वह और मनीष सिसोदिया जनता में जाएंगे और जनता से अपील करेंगे कि यदि वे ईमानदार नहीं हैं, तो उन्हें वोट नहीं दें.

जनता की अदालत में जाएंगे केजरीवाल और सिसोदिया

इस तरह से साफ हो गया कि अरविंद केजरीवाल के बाद मनीष सिसोदिया अगला मुख्यमंत्री नहीं बन रहे हैं. दोनों ही नेता जनता की अदालत में जाएंगे और फिर से चुनकर आएंगे. उसके बाद ही पद संभालेंगे.

उन्होंने कहा कि जब तक जनता का फैसला नहीं आ जाता है. वह सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे. कानून की अदालत में न्याय मिला है, लेकिन अभी जनता का न्याय नहीं मिला है, जब जनता का न्याय मिलेगा, तभी वह मुख्यमंत्री का पद संभालेंगे.


Previous article
Next article

Articles Ads

Articles Ads 1

Articles Ads 2

Advertisement Ads