आज घर-घर जन्मेंगे कन्हाई, कान्हा के स्वागत को स्वर्ग सा सजा ब्रज
कान्हा के जन्मदिन की तैयारियों में एक बार भी घर और बाजार सज रहे हैं। हर ओर उत्साह और उमंग है। सोमवार को कृष्ण जन्माष्टमी पर्व को उल्लास के साथ मनाने के लिए रविवार को देरशाम तक बाजारों में खरीदारी हुई। श्रद्धालु कान्हा के जन्म की शुभ घड़ी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।हर छोटे-बड़े मंदिर में कान्हा के जन्मदिन की तैयारी चल रही हैं। पूजन के लिए भी महिलाओं ने खरीदारी की है।
प्रभु के स्वागत के लिए रविवार को महिला-पुरुषों ने बाजार में पालना, पोशाक, मुकुट, बांसुरी की खरीदारी की। बच्चों ने घरों में हिंडोले सजाने के लिए तरह-तरह के खिलौने खरीदे। व्रत के लिए सेब, केला, अनार आदि फलाहार की खूब बिक्री हुई। शहर के प्रमुख मंदिरों को रंग-बिरंगी झालकों और फूलों से सजाया जा रहा है। कोविड प्रोटोकाल के चलते कोई बड़ा आयोजन तो नहीं होगा, लेकिन पंरपरागत पूजा-अर्चना की पूरी तैयारी है। घरों में भी श्रद्धा और आस्था के साथ जन्माष्टमी मनाई जाएगी। भजन-कीर्तन भी होगा, रात में कन्हैया के जन्म के बाद प्रसाद वितरण किया जाएगा। जन्माष्टमी पर घरों में महिला, पुरुष, बच्चे सुबह से व्रत रखकर पूजा-अर्चना करेंगे। रात 12 बजे नटखट श्रीकृष्ण का जन्म होते ही घर, मंदिरों में घंटे, घड़ियाल गूंज उठेंगे।
कान्हा के स्वागत के लिए ब्रज स्वर्ग सा सजा दिखाई दे रहा है। श्रीकृष्ण जन्मभूमि में सुबह 5:30 बजे से रात 1:30 बजे तक निरंतर प्रवेश रहेगा। मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का उल्लास पूरे ब्रज में हिलोर ले रहा है। कान्हा के स्वागत को ब्रज स्वर्ग सा सजा गया है। सोमवार मध्यरात्रि 12 बजे घर-घर कन्हाई जन्म लेंगे। हर घर में मंगल बधाई गीत गूजेंगे। उनके दर्शन के लिए देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु ब्रज में आ चुके हैं। वहीं, ब्रज के सभी छोटे-बड़े मंदिर, चौराहों को भी सजाया गया है।श्रीकृष्ण जन्मस्थान, ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर, द्वारिकाधीश मंदिर, प्रेम व इस्कॉन मंदिर में दर्शन के लिए रविवार को ही हजारों लोग उमड़ पड़े और यह सिलसिला देर शाम तक जारी रहा। रोशनी से नहाए इन मंदिरों की आभा हर किसी को आकर्षित कर रही थी। विद्युत झालरों से सजे इन मंदिरों को देख लोगों के कदम वहीं थम गए। सुरक्षा के मद्देनजर चप्पे-चप्पे पर पुलिस, पीएसी के जवानों को तैनात किया गया है। खुफिया एजेंसियों के अनुमान के मुताबिक 50 लाख से अधिक श्रद्धालु कृष्ण जन्मोत्सव के गवाह बनेंगे।
हिंदू पंचांग के अनुसार कृष्ण जन्मोत्सव का पर्व प्रत्येक वर्ष भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस बार भादो कृष्ण अष्टमी तिथि 26 अगस्त को सुबह 03:39 से लेकर 27 अगस्त को देर रात 02:19 तक रहेगी। ग्रहस्थ लोग 26 अगस्त को जन्माष्टमी मनाएंगे। इस दिन श्रीकृष्ण की पूजा का शुभ मुहूर्त मध्यरात्रि 12:00 बजे से लेकर 12:45 बजे तक रहेगा।