सबसे ज्यादा टेस्ट क्रिकेट में तिहरे शतक लगाने वाले बल्लेबाज
क्रिकेट के मैदान पर कई बार कई बल्लेबाजों ने अपने हुनर का रंग बिखेरा है. लेकिन आज हम आपको टेस्ट क्रिकेट में सबसे तिहरे शतक लगाने वाले बैटर के बारे में बताने वाले हैं. क्रिकेट में आए दिन कई रिकॉर्ड टूट जाते हैं और नए रिकॉर्ड बन जाते हैं. आज हम आपको एक ऐसे ही रिकॉर्ड के बारे में बताने वाले हैं, जो बन तो गया लेकिन उसे अभी तक अच्छे-अच्छे क्रिकेटर नहीं तोड़ पाए हैं. तो आज हम आपको क्रिकेट की दुनिया में टेस्ट में सबसे ज्यादा तिहरे शतक लगाने वाले बल्लेबाजों के बारे में बताने वाले हैं.
डॉन ब्रैडमैन:
ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज क्रिकेट डॉन ब्रैडमैन ने केवल 52 मैच खेले, लेकिन अपने करियर में 2 तिहरे शतक लगाए. उन्होंने 448 गेंदों पर 334 रनों की पहली पारी 1934 में इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई थी. इसके बाद 1930 में इंग्लैंड के खिलाफ, उन्होंने 473 गेंदों पर 43 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 304 रन बनाकर तिहरा शतक लगाया. वो यहीं नहीं रुके और 1932 में खेली गई एक पारी में ब्रैडमैन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 299 रनों पर नाबाद रहे और इस तरह तिहरा शतक बनाने से चूक गए.
वीरेंद्र सहवाग:
पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग तिहरा शतक लगाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी थे. उनकी पहली ऐसी पारी पाकिस्तान के खिलाफ मुल्तान टेस्ट में साल 2004 में आई थी, जहां उन्होंने 375 गेंदों पर 309 रन बनाए थे. इसके बाद सहवाग ने 2008 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 304 गेंदों पर 319 रन बनाकर अपना दूसरा तिहरा शतक दर्ज किया. यह खेल के सबसे लंबे प्रारूप में सबसे तेज तिहरा शतक भी है. विस्फोटक सलामी बल्लेबाज 2009 में अपना तीसरा तिहरा शतक बनाने से चूक गए थे, जब वह श्रीलंका के खिलाफ 293 रन के स्कोर पर आउट हो गए थे.
क्रिस गेल:
वेस्टइंडीज के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज क्रिस गेल ने टेस्ट प्रारूप में भी अपनी क्लास दिखाई. उन्होंने अपने करियर के दौरान दो तिहरे शतक लगाए. पहला 2005 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 317 रनों की पारी थी. गेल ने इसमें 37 चौके और 3 छक्के लगाए. इसके बाद में उन्होंने 2010 में श्रीलंका के खिलाफ 34 चौकों और 9 छक्कों की मदद से 437 गेंदों पर 333 रन बनाए.
ब्रायन लारा:
वेस्टइंडीज के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज ब्रायन लारा एकमात्र ऐसे क्रिकेटर हैं, जिन्होंने 10 साल बाद उसी टीम के खिलाफ और उसी मैदान पर 400 रन की पारी खेली, उनका 400 रन का रिकॉर्ड आज भी टेस्ट मैच में सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर है. उन्होंने 2004 में इंग्लैंड के खिलाफ 400* का यह रिकॉर्ड सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर बनाया था. लारा ने इस पारी में 582 गेंदों का सामना किया और 43 चौके और 4 छक्के लगाए. यह मैच आखिरकार ड्रॉ हो गया. इससे ठीक 10 साल पहले लारा ने 1994 में इंग्लैंड के खिलाफ तिहरा शतक लगाया था. उन्होंने 538 गेंदों पर 45 चौकों की मदद से 375 रन बनाए थे. इस पारी के साथ उन्होंने गैरी सोबर्स (365*) को पीछे छोड़ते हुए उस समय का सर्वोच्च व्यक्तिगत टेस्ट स्कोर दर्ज किया था.
ऑस्ट्रेलिया:- ऑस्ट्रेलिया की तरफ से कुल 7बल्लेबाजों(8बार) ने 300 का आंकड़ा पार किया है।
मैथ्यू हेडन-380
डेविड वॉर्नर-335
डॉन ब्रैडमैन-334
मार्क टेलर-334
माइकल क्लार्क-329
बॉब सिंपसन-311
बॉब काउपर-307
डॉन ब्रैडमैन-304
वेस्टइंडीज:- वेस्टइंडीज के कुल 4 बल्लेबाजों (6बार)ने यह कारनामा किया है।
ब्रायन लारा-400
ब्रायन लारा-375
गारफील्ड सोबर्स-365
क्रिस गेल-333
क्रिस गेल-317
लॉरेंस रॉ-302
इंग्लैंड:-इंग्लैंड के बल्लेबाजों की तरफ से यह कारनामा 5 बार किया जा चुका है।
लेन हटन-364
वैली हैमंड-336
ग्राहम गूच-333
एंडी सैंधम-325
जॉन एड्रिच-310
पाकिस्तान:- पाकिस्तानी बल्लेबाजी द्वारा 300 का आंकड़ा 4 बार पार किया जा चुका है।
हनीफ मोहम्मद-337
इंजमाम-उल-हक-329
युनिस खान-313
अजहर अली-302
श्रीलंका:- श्रीलंका के कुल तीन बल्लेबाजों ने 300 का आंकड़ा पार किया है।
महिला जयवर्धने-374
सनथ जयसूर्या-340
कुमार संगकारा-319
भारत:- भारतीय टीम की तरफ से 2 बल्लेबाजों ने कुल 3 बार तिहरा शतक लगाया है।
वीरेंद्र सहवाग-319
वीरेंद्र सहवाग-309
करुण नायर-303
न्यूजीलैंड की तरफ से ब्रैंडन मैक्कुलम(302) और दक्षिण अफ्रीका की तरफ से हाशिम अमला(311) यह कारनामा करने वाले अपने-अपने देश के एकमात्र खिलाड़ी हैं।
जानकारी स्रोत-विकीपीडिया