बागियों में भाजपा प्रवेश की लगी होड़, कई नेताओं ने थामा भाजपा का दामन
नेताओं को आजकल भाजपा की नीति ज्यादा भा रही है। प्राय: दलों से बागी नेताओं का भाजपा में ही ज्यादातर प्रवेश लेने की होड़ मची हुई है। ज्यादातर नेता भाजपा में ही प्रवेश कर रहे है। देखा जाये तो लोकसभा चुनाव से पहले छत्तीसगढ़ के विभिन्न पार्टियों के कुछ नेताओं ने दल-बदल कर ली है। इनमें ज्यादातर ने भाजपा का दामन थाम लिया है। देशभर में जहां विपक्षी गठबंधन के नेता एक मंच पर दिख रहे हैं। वहीं प्रदेश में कांग्रेस, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) (जकांछ), आम आदमी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी समेत अन्य दलों के नेताओं, कार्यकर्ताओं ने भाजपा में शरण ले ली है। इसमें भाजपा का कहना है कि ज्यादातर नेताओं ने मोदी की नीतियों से प्रभावित होकर भाजपा का दामन थामा है। वहीं कांग्रेस इसे दूसरे नजरिए से देख रही है। भाजपा ने सपा बसपा व कांग्रेस के कई नेताओं को अपने खेमे में शामिल कर लिया। भाजपा का दामन थामने वालों में पूर्व विधायक, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के अध्यक्ष पार्षद शामिल हैं। कांग्रेस के एक वरिष्ठ प्रवक्ता का कहना है कि दूसरे दल के नेताओं का भाजपा में प्रवेश के बाद भाजपा के जमीनी कार्यकर्ताओं में निराशा है। वहीं भाजपा के नेताओं का कहना है कि दूसरे दल से जो नेता भाजपा में शामिल हो रहे है उनको कहीं न कहीं भाजपा की नीति और मोदी की गारंटी भा रही है। मोदी का सुशासन और उनकी कार्यशैली लोगों को अच्छी लग रही है तभी लोग भाजपा में प्रवेश कर रहे है।
अभी हाल ही में आप पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी भाजपा में शामिल हुए है उन्हें प्रदेश में आप पार्टी के सीएम का चेहरा माना जा रहा था। लेकिन हुपेंडी भाजपा में शामिल हो गए। वहीं कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग के पूर्व सामरी व विधायक चिंतामणि महाराज को भाजपा ने सरगुजा से सांसद का टिकट दिया है। अब वो सरगुजा लोकसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी बन गए हैं। विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान भाजपा की ओर से सरगुजा से सांसद का टिकट मिलने के आश्वासन पर ही महाराज ने भाजपा का दामन थामा था और अब भाजपा ने अपने इस वादे को पूरा कर उन्हें सांसदी का टिकट दिया है।
तीन महीने के भीतर ही कांग्रेस के कई दिग्गज नेता और कार्यकर्ता पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए हैं। अकलतरा से पूर्व कांग्रेस विधायक चुन्नीलाल साहू नौ मार्च को भाजपा में शामिल हुए। बिलासपुर से जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सिंह ने भी कांग्रेस का साथ छोड़कर दिया है। वह भी अपने समर्थकों के साथ बीजेपी में शामिल हो गए हैं। कांग्रेस के अलावा जनता कांग्रेस के कई नेताओं ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली है। जनता कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके अखिलेश पांडे को भी पार्टी की सदस्यता दिलाई गई इसके पहले अंतागढ़ के पूर्व कांग्रेस विधायक मंतूराम राम पवार भाजपा में शामिल हुए। 18 मार्च को बहुजन समाज पार्टी के पूर्व विधायक केशव चंद्रा भाजपा में शामिल हो गए। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़(जे) (जकांछ) पार्टी के पूर्व विधायक प्रमोद शर्मा, पूर्व विधायक विधान मिश्रा जो कि प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी की कैबिनेट में उद्योग मंत्री रह चुके हैं।