बहुजन समाज पार्टी ने प्रदेश में उतारे सभी 11 लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी
छत्तीसगढ़ में बसपा भी लोकसभा चुनाव में अपना दमखम दिखाने में पीछे नहीं हेै। बस्तर के साथ-साथ सभी 11 सीटों पर बसपा अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुकी है। उनका मुकाबला प्रदेश में भाजपा और कांगे्रस से है। छत्तीसगढ़ लोकसभा चुनाव में बसपा ने अपने उम्मीदवारों की सूची जारी की है। चुनावी रण में बहुजन समाज पार्टी बीजेपी और कांग्रेस को टक्कर देगी। बहुजन समाज पार्टी ने लोकसभा चुनावों के लिए नई लिस्ट जारी की है. इसमें छत्तीसगढ़ की शेष तीन लोकसभा सीटों के लिए प्रत्याशियों का ऐलान किया है. राजधानी रायपुर, कोरबा और दुर्ग के लिए अपने प्रत्याशियों की सूची जारी की है. बसपा ने इस बार रायपुर से ममता रानी साहू, दुर्ग से दिलीप कुमार रामटेके और कोरबा से दूजराम बौध्द को उम्मीदवार बनाया है. बता दें कि बसपा अब छत्तीसगढ़ की सभी 11 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर चुकी है.
बसपा ने प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए इससे पहले जांजगीर-चांपा से डॉ रोहित कुमार डहरिया , बस्तर से आयतु राम मंडावी , राजनांदगांव से देवलाल सूर्यवंशी , महासमुंद से बसन्त सिन्हा, कांकेर से तिलकराम, सरगुजा से संजय एक्का, रायगढ़ से इन्नोसेंट कुजूर और बिलासपुर से अश्विनी रजक को उम्मीदवार बनाया है. गौरतलब है कि बहुजन समाज पार्टी के छत्तीसगढ़ की तीन लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों के ऐलान के बाद अब प्रदेश की 11 सीटों पर बसपा प्रत्याशी मैदान में हैं. यहां उनका मुकाबला भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस प्रत्याशियों से होगा. छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय प्रदेश की सभी सीटों पर जीत दर्ज करने का दावा कर चुके हैं. हालांकि, यह देखने वाली बात होगी कि छत्तीसगढ़ की 11 सीटों पर किस पार्टी को कितनी सीटों पर जीत मिलती है. अब प्रदेश में लोकसभा के मुकाबले में भाजपा और कांगे्रस के साथ-साथ बसपा भी आ चुकी है। उन्होने सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारकर भाजपा और कांग्रेस को अपनी उपस्थिति दर्ज करा कर मैदान में उतर चुकी है। बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में कांगे्रस और भाजपा के उम्मीद्वार ही जीते थे तीसरी पार्टी अपना खाता भी नहीं खोल पाई थी। अब लोकसभा चुनाव में बसपा ने अपनी प्रत्याशी उतारकर भाजपा और कांग्रेस से एक बार सीधे मुकाबले करने जा रही है। अब देखतें है कि लोकसभा की तरह इसमें भी खाता खुलता है कि नहीं। कहीं यह तीसरी पार्टी भाजपा और कांगे्रस को संकट में ना डाल दे यह देखने वाली बात होगी।