लोकसभा की हॉट सीट बन गया छत्तीसगढ़ का राजनांदगांव जिला
छत्तीसगढ़ में चुनावी माहौल गर्माता जा रहा है. खासकर, राजनांदगांव में सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं. जब से कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री को यहां से लोकसभा चुनाव का उम्मीदवार घोषित किया है, तब से इस सीट की चर्चा होने लगी है. यहां से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और बीजेपी से संतोष पांडेय चुनावी मैदान पर हैं. दोनों पार्टियों के बीच आरोप प्रत्यारोप दौर शुरू हो गया है. दोनों पार्टियों राजनीतिक बयान देने के साथ-साथ जीत का दावा भी कर रही हैं. छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। बीजेपी ने प्रदेश की सभी 11 सीटों पर अपने प्रत्याशियों उतार दिए हैं। वहीं कांग्रेस ने 6 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है। इसमें से एक सीट जहां राजनांदगांव से कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके भूपेश बघेल को बनाया है। उनका मुकाबला बीजेपी के मौजूदा सांसद संतोष पाण्डेय से होना है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि भूपेश बघेल के लिए राजनांदगांव में जीत का झंडा फहराना आसान नहीं है। राजनांदगांव लोकसभा सीट में 18 लाख 65 हजार से अधिक मतदाता अपने मतदान का उपयोग करेंगे. यहां फिलहाल महादेव बेटिंग ऐप को लेकर भी राजनीतिक सरगर्मी तेज है. बता दें, राजनंदगांव लोक सभा सीट के अंतर्गत आठ विधानसभा सीट आती हैं. संतोष पाण्डेय आरएसएस के करीबी भी हैं, इसलिए संघ का एक धड़ा उनके लिए काम कर रहा है। यह कहना गलत नहीं होगा कि 11 लोकसभा सीटों के प्रत्याशियों में से इकलौते संतोष पाण्डेय का आधार कार्ड संघ का है।
इसमें पांच कांग्रेस के कब्जे में है और तीन बीजेपी के कब्जे में हैं. इस बीच कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि बीजेपी केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है. वह भूपेश बघेल को महादेव ऐप केस में फंसा रही है. वहीं, बीजेपी का कहना है कि महादेव ऐप केस में भूपेश बघेल कहीं न कहीं संलिप्त हैं. गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है. दूसरे चरण में राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र में 26 अप्रैल को मतदान होने हैं. राजनांदगांव सांसद संतोष पांडे ने 18 मार्च को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर दर्ज हुई एफआईआर को लेकर मीडिया से बात की. उन्होंने राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी भूपेश बघेल पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने जनता की गाढ़ी कमाई का दुरुपयोग किया. इस मामले में जो भी दोषी है उन पर कार्रवाई होनी चाहिए.
राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र आठ विधानसभाओं से मिलकर बनाया गया है। इसमें राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, मोहला- मानपुर, डोंगरगढ़ खैरागढ़, कवर्धा और पंडरिया है। यहां की जातिगत समीकरण की बात की जाए तो राजनांदगांव लोकसभा सीट पर पिछड़ा वर्ग ज्यादातर देखने को मिलता है। वहीं साहू समाज के भी वोट इतने हैं, जो किसी भी प्रत्याशी को जिताने में अहम योगदान देते हैं।
कांग्रेस हार का ठीकर ईवीएम पर थोपती है- पांडे
सांसद संतोष पांडे ने कहा कि इस केस से जुड़े जो भी चेहरे हैं, वह बेनकाब होने चाहिए. जहां तक काग्रेस ने राजनीतिक द्वेष का आरोप लगाया है तो हमने पहले भी कहा है कि जब कांग्रेस को कुछ और नहीं मिलता तो ऐसे ही आरोप लगाती है. कांग्रेसी नेता जीत गए तो ठीक, नहीं तो ईवीएम पर ही हार का पूरा ठीकरा फोड़ते हैं. जो 5 करोड़ ईडी ने बरामद किए हैं, वे प्रत्यक्ष सबूत हैं. उसके सारे रिकॉर्ड हैं. ऐसे कई सबूत हैं. इसके साथ ही शुभम सोनी का वीडियो जो दुबई से जारी हुआ था उसमें भी करोड़ों की रकम अभियुक्त भूपेश बघेल को देने की बात सामने आई थी.