भूपेश बघेल की बढ़ेगी मुश्किलें? महादेव एप मामले में ED की चार्जशीट में भूपेश बघेल का नाम शामिल
महादेव सट्टेबाजी एप मामले में फिर एक नया मोड़ आया है। इस केस में गिरफ्तार कथित कूरियर का दावा है कि वह अपने दिए पुराने बयान 'छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री बघेल को नकदी "डिलीवर" करने के लिए भेजा गया था' पर कायम है। इस संबंध में ईडी की ओर से कोर्ट को सूचना दी गई है कि कूरियर अपने दिए पुराने बयान पर कायम है। छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन के बाद से महादेव सट्टा एप के आरोपियों के खिलाफ ईडी की कार्रवाई तेज हो गई है। इस मामले में ईडी ने चार्जशीट में पांच आरोपियों को शामिल किया है, जिसमें शुभम सोनी का नाम भी शामिल है। बता दें कि शुभम सोनी वही शख्स है जिसने पूर्व सीएम भूपेश बघेल पर 508 करोड़ रुपए लेने का आरोप लगाया था। इस चार्जशीट में ईडी ने भूपेश बघेल ने के नाम का भी जिक्र किया है।
प्रवर्तन निदेशालय ने 1 जनवरी को रायपुर में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की एक विशेष अदालत के समक्ष दायर अपनी दूसरी चार्जशीट में कहा था कि दास ने 12 दिसंबर को एक नया बयान दर्ज कराया था , जिसमें वह अपने पुराने बयान से मुकर गया था। उसका 3 नवंबर को दिया बयान किसी प्रभावशाली व्यक्ति के दबाव में दिया गया था, जो दास के वकील के साथ आया था।'' अब इस मामले में ईडी ने उम्मीद जताई है कि रायपुर कोर्ट 10 जनवरी को इस पूरक आरोप पत्र पर संज्ञान लेगी। ईडी ने अपनी नई चार्जशीट में कहा कि उसने पीएमएलए के प्रावधानों के तहत दुबई स्थित 99.46 करोड़ रुपये के एक फ्लैट और एक प्लॉट को जब्त किया है, क्योंकि उसने उसे जब्त करने के लिए कोर्ट से अनुमति मांगी थी।
गौरतलब है कि ईडी महादेव एप से जुड़े सभी आरोपियों को जल्द ही सलाखों के पीछे पहुंचा सकती है। हाल ही में खबर आई थी कि एप के संचालक सौरभ चंद्राकर को दुबई में नजरबंद किया गया है। वहीं, कुछ दिन पहले ये भी खबर आई थी कि रवि उप्पल को भी गिरफ्तार कर जल्द ही भारत लाया जा सकता है।
क्या था मामला- विधानसभा चुनाव 2023 के पहले चरण से ठीक पहले नवंबर में रायपुर के एक होटल से कूरियर असीम दास को गिरफ्तार किया था। उस दौरान उसने दावा किया था कि जब्त 5.39 करोड़ रुपये महादेव एप प्रमोटरों की ओर से छत्तीसगढ़ में आगामी चुनाव खर्चों के लिए एक राजनेता 'बघेल' तक पहुंचाने के लिए दी गई थी। बाद में वह अपने बयान से मुकर गया था। इतना ही नहीं उसने कोर्ट में आरोप लगाते हुए कहा था कि उसे इस मामले में उसे साजिशन फंसाया गया था। उसे जबरन अंग्रेजी भाषा में लिखे एक बयान पर हस्ताक्षर लिया गया था, जबकि उसे यह भाषा ही नहीं आती।
पूर्व सीएम बघेल ने किया था खंडन
इस मामले में छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने ईडी के आरोपों का खंडन किया था। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी राजनीतिक लाभ के लिए ईडी का दुरुपयोग करने में लगी है। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान महादेव एप मामला गरमाया हुआ था। इस मामले बीजेपी और कांग्रेस एक दूसरे पर जमकर आरोप लगाए थे।