कांकेर जिले में महिलाओं के हाथों से खुलेगी प्रत्याशियों के भाग्य की रेखा - CGKIRAN

कांकेर जिले में महिलाओं के हाथों से खुलेगी प्रत्याशियों के भाग्य की रेखा


छत्‍तीसगढ़ के बस्‍तर संभाग के कांकेर जिले में मतगणना की जिम्‍मेदारी महिलाओं के कंधे पर होगी। इसके लिए महिलाओं को आवश्‍यक प्रशिक्षण दिए गए हैं। इस बार जिले में पूरी मतगणना महिलाएं करेंगी। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों की अपेक्षा 12607 अधिक है। पुरुषों की अपेक्षा 9016 महिलाओ ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हुए अधिक मतदान किया। उनके उत्साह और उमंग को देखते हुए जिला प्रशासन ने इस बार मतगणना की जिम्मेदारी महिलाओं के हाथों में सौंप दी है।मुख्य संदेश जो हम देना चाहते हैं वह यह है कि काम करने की क्षमता लिंग पर निर्भर नहीं करती है। लगभग 200 महिलाएं हैं इसके लिए प्रशिक्षित किया गया है, और रिजर्व जोड़ने के बाद संख्या बढ़ जाएगी।छत्‍तीसगढ़ में मतों की गणना तीन दिसंबर को होगी। मतगणना को लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इस बार बस्‍तर संभाग के कांकेर जिले में मतगणना की जिम्‍मेदारी महिलाओं के कंधे पर होगी। कलेक्‍टर प्रियंका शुक्ला ने कहा, "मतदान के दिन, हमने एक इंद्रधनुष थीम वाला मतदान केंद्र भी बनाया। हमने पांच अलग-अलग थीम पर मतदान केंद्र बनाए थे, जिनमें से इंद्रधनुष मतदान केंद्रों ने सबसे ज्यादा ध्यान आकर्षित किया। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि थर्ड जेंडर खुद को खास महसूस कराने के लिए किया था।

कांकेर जिले की तीनों विधानसभाओं में प्रथम चरण का मतदान 7 नवंबर को पूर्ण हुआ। पहली बार कांकेर जिले में 81 प्रतिशत से अधिक का मतदान दर्ज किया गया। इस चुनावी त्यौहार में महिलाओं में ज्यादा उत्साह देखा गया, जिन्होंने बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हुए अपने मताधिकार का प्रयोग लोकतंत्र को मजबूत बनाने में किया। महिलाओं के इस उत्साह को देखते हुए इस बार की मतगणना भी महिलाओं से कराई जाने वाली है, जिसकी ट्रेनिंग महिलाओं को दी जा रही है। इसमें खास बात यह है कि इस मतगणना में सुपरवाइजर से लेकर भृत्य तक के सभी पदों पर महिलाएं अपना दायित्व निभाते नजर आएंगी।

महिलाएं भी कर सकती हैं पुरुषों जैसा काम

कांकेर कलेक्टर प्रियंका शुक्ला ने बताया कि चुनावी प्रक्रिया के दौरान लोगों को अपने मताधिकार का प्रयोग करने, उनमें जागरूकता लाने के लिए तरह-तरह के प्रयोग किये गए। आकर्षक मतदान केंद्रों में लोग उत्साहित होकर पहुंचे और मतदान करते नजर आए। तृतीय लिंग मतदाताओं को ध्यान में रखते हुए रेनबो पोलिंग बूथ बनाया गया। यहां सुरक्षा में तैनात बल भी थर्ड जेंडर ही थे। आदर्श मतदान केंद्रों में महिला कर्मचारियों ने मतदान कार्य सम्पन्न कराया और अब महिलाओं को ही मतगणना का कार्य भी सौपा जा रहा है। यह सभी महिलाएं पुरुषों जैसा काम कर सकती हैं।

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