चुनाव में इस बार एलपीजी सिलेंडर पर खूब चला सियासी दांव, चुनाव जीतने के लिए पार्टियाँ एलपीजी सिलेंडर का ले रही सहारा
देश की राजनीति में एलपीजी सिलेंडर की कीमतें अब बड़ा मुद्दा हो गया है। चुनाव जीतने के लिए पार्टियाँ अब एलपीजी सिलेंडर का सहारा लेते नज़र आ रही है. देश के पांच राज्या में छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में चुनावी प्रक्रिया के बाद तीन दिसंबर को नई सरकार की दिशा-दशा तय हो जाएगी। पांच राज्यों में चुनाव के पहले ही केंद्र सरकार ने 29 अगस्त को इसी साल गैस सिलिंडर के दाम 200 रुपये सस्ता किए थे। देश में उज्ज्वला गैस के 75 लाख नए कनेक्शन देने का भी निर्णय लिया है। इस ऐलान के बाद राजनीति गर्म हो गई। बीजेपी जहां इस फैसले का स्वागत करती दिखी, तो विपक्ष सरकार को घेरता दिखा। सिलिंडर की बढ़ती कीमतों को लेकर समाज, खासकर महिलाओं में बढ़ते असंतोष को देखते हुए विपक्ष ने इसे चुनावी घोषणापत्र में शामिल करना शुरू कर दिया। आगामी पांच राज्यों के चुनाव सहित अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सिलिंडर अब सिर्फ खाना पकाने का जरिया भर नहीं रहे हैं, बल्कि धीरे-धीरे सिलिंडर की कीमतों को लेकर तपिश कुछ ऐसी बढ़ रही है, देश की सियासत में यह अजेंडा बनते जा रहे हैं।
प्रदेश में सस्ते गैस सिलिंडर को लेकर सियासत जारी है। शनिवार को प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष दीपक बैज ने सस्ता गैस सिलिंडर दामों को लेकर कहा कि ये भाजपा का चुनावी जुमला है। पूरे देश में घरेलू गैस सिलिंडर महंगा है और राज्य में सस्ता सिलिंडर देने का वादा किया। छत्तीसगढ़ समेत देश के पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव में रसोई गैस सिलिंडर के दाम पर पार्टियों ने जमकर दांव खेला है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने सिलिंडर पर 500 रुपये की सब्सिडी देने, भाजपा ने 500 रुपये में हर गरीब परिवार को सिलिंडर देने, मध्य प्रदेश में भाजपा ने 450 रुपये में तो कांग्रेस ने 500 रुपये में सिलिंडर देने और राजस्थान में कांग्रेस ने गरीब महिलाओं को 400 रुपये में गैस सिलिंडर देने की घोषणा की है। इधर, छत्तीसगढ़ में मोदी की गारंटी के सस्ते सिलिंडर को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रश्न उठा दिया है। उन्होंने इंटरनेट मीडिया एक्स पर लिखा कि प्रधानमंत्री तो पूरे देश का होता है, फिर वह राज्यों की जनता के साथ भेदभाव केसे कर सकता है ? खैर मोदी की गलत नीतियों के कारण देशवासी महंगाई से त्रस्त हैं यह तो उन्होंने स्वयं स्वीकार कर लिया है। अगर मोदी की गारंटी है तो पूरे देश में 450 रुपये में सिलिंडर दे दीजिए।
छत्तीसगढ़ इन्हें मिलेगा सस्ता सिलिंडरः प्रदेश में कांग्रेस ने गैस सिलिंडर में 500 रुपये की सब्सिडी महिलाओं के खातों में देने का निर्णय लिया है। यानी गैस सिलिंडर की कीमत अगर 1000 रुपये होगी तो उसमें 500 रुपये कांग्रेस सब्सिडी देगी। जबकि भाजपा ने 500 रुपये में हर गरीब परिवार को सस्ता गैस सिलिंडर देने का वादा किया है। यानी भाजपा केवल गरीबों को यह सुविधा देगी।
मध्यप्रदेश में कांग्रेस से भाजपा सिलिंडर सस्ता: मध्यप्रदेश में भाजपा ने 450 रुपये और कांग्रेस ने 500 रुपये में गैस सिलिंडर देने का वादा किया है। यानी यहां भाजपा का सिलिंडर कांग्रेस की तुलना में 50 रुपये सस्ता है।
राजस्थान में भी सिलिंडर...: राजस्थान में कांग्रेस गरीब महिलाओं को गैस सिलिंडर 400 रुपये में देने की बात कह रही है तो वहीं भाजपा गरीब महिलाओं को 450 रुपये में सिलिंडर देने की घोषणा की है।
मिजोरम में कांग्रेस आगे: मिजोरम में कांग्रेस ने 750 रुपये में सिलिंडर देने वादा किया है, जबकि भाजपा भी सस्ते सिलिंडर देने की बात कह रही है।
तेलंगाना विधानसभा चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला है। यहां भारत ऱाष्ट्रीय समिति (बीआरएस) ने 400 रुपये, कांग्रेस ने 500 रुपये और भाजपा ने उज्ज्वला गैस कनेक्शनधारियों को साल में चार मुफ्त में सिलिंडर देने की घोषणा की है।
देश के पांच राज्या में छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में चुनावी प्रक्रिया के बाद तीन दिसंबर को नई सरकार की दिशा-दशा तय हो जाएगी। इसके बाद पार्टियों ने अगर अपनी घोषणाओं पर अमल किया तो सस्ता सिलिंडर मिलने का रास्ता साफ हो जाएगा।