छत्तीसगढ़ में जनता बनेगी भाजपा की उम्मीद या भूपेश पर बढेगा भरोसा...!, छत्तीसगढ़-मिजोरम में आज से नामांकन
छत्तीसगढ़ में चुनाव की घोषणा हो चुकी है. इसी कड़ी में पहले चरण की 20 सीटों के लिए आज से नामांकन शुरू होगा. जिसमें बस्तर संभाग और राजनांदगांव के कवर्धा जिले की सीटें शामिल हैं. ये प्रक्रिया एक सप्ताह तक चलेगी. नामांकन दाखिल करने की आखरी तारीख 20 अक्टूबर निर्धारित है. मिजोरम में भी 20 अक्टूबर तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे, जबकि नामांकन वापस 23 अक्टूबर तक लिए जा सकेंगे. दोनों ही राज्यों में 7 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. मध्य प्रदेश से अलग होकर अस्तित्व में आए छत्तीसगढ़ का चुनाव काफी दिलचस्प हो चुका है। दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का मोबाइल पर कैंडी खेलते हुए वीडियो और तस्वीरें वायरल हुईं थीं। कैंडी गेम इतना ही मजेदार यहां का चुनाव है। 15 साल लगातार शासन करने के बाद पिछले 5 साल से भाजपा सत्ता से बाहर है। वहीं, पहली बार सत्ता में आई कांग्रेस अपने शासन को बरकरार रखने के सारे दांव खेल रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल विकास कार्यों के अलावा हिंदुत्व का कार्ड खेलने से परहेज नहीं कर रहे।
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 का पहला चरण बीजेपी के लिए ज्यादा चुनौतीपूर्ण माना जा रहा है. नक्सल प्रभावित जिन 20 सीटों पर पहले चरण में 7 नवंबर को वोटिंग होनी है, उसमें से 19 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है जबकि महज एक सीट राजनांदगांव पर बीजेपी के विधायक हैं. ऐसे में कांग्रेस के लिए अपनी सीटों को बचाए रखने की चुनौती है, जबकि बीजेपी की सत्ता में वापसी का पूरा दारोमदार इसी इलाके पर टिका हुआ है.छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण की जिन सीटों पर सात नवंबर को वोटिंग है, उनमें बीजेपी ने सभी सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं. कांग्रेस ने अभी तक उम्मीदवारों के नाम का ऐलान नहीं किया है. राज्य के पहले चरण में 20 विधानसभा सीटों पर 39 लाख 23 हजार मतदाता मताधिकार का प्रयोग करेंगे.
छत्तीसगढ़ में पहले चरण में जिन 20 सीटों पर चुनाव हो रहे हैं, उसमें बस्तर संभाग की छह जिले की 12 और दुर्ग संभाग के तीन जिले की 8 विधानसभा सीटें शामिल हैं. बस्तर संभाग की 12 सीट- बस्तर (एसटी), चित्रकोट (एसटी), जगदलपुर, बीजापुर (एसटी), दंतेवाड़ा (एसटी), सुकमा-कोंटा (एसटी), नारायणपुर (एसटी), केशकाल (एसटी), कोंडागांव (एसटी), अंतागढ़ (एसटी), कांकेर (एसटी) और भानुप्रतापपुर (एसटी) सीट हैं.
वहीं, दुर्ग संभाग की 8 सीटें राजनांदगांव, डोंगरगढ़ (एससी), डोंगरगांव, खुज्जी, मोहला-मानपुर (एसटी), कबीरधाम-कवर्धा और पंडरिया सीट है. इसके अलावा खैरागढ़ सीट है. इस तरह से पहले चरण की 20 सीटों में से 13 विधानसभा सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं, जबकि 7 सीटें सामान्य वर्ग के लिए हैं.