कृषि
छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ शासन के अन्तर्गत उद्यान विभाग के माध्यम से संचालित पोषण बाड़ी योजना से लोगों तक हरी और ताजी साग सब्जी आसानी से मिल रही है। गांव की धरोहर नरवा गरवा घुरूवा और बाडी को सहेजने का कार्य छत्तीसगढ़ शासन कर रही है। इसी क्रम में गरियाबंद जिले में ग्रामीण महिलाएं पोषण बाड़ी योजना का लाभ उठाकर अपनी बाडी में हरी सब्जियां की पैदावार कर रही हैं। महिलाएं ताजी सब्जियों को स्थानीय हाट बाजार में बेचकर अच्छा मुनाफा कमा रही हैं। इन्हीं महिलाओं में ग्राम देवरी की श्रीमती भगवन्तीन बाई भी है। अपनी बाड़ी में सब्जी उत्पादन से हर माह अच्छा मुनाफा कमा रही है। उन्होंने बताया कि पहले वे अपने खेत में पारम्परिक तरीके से खेती किसानी करती थी। जिससे अधिक कमाई नहीं हो पाती थी। उन्होंने अपने बाड़ी में सब्जियों की खेती करने के विचार से उद्यानिकी विभाग द्वारा गांव में बाड़ी विकास के लिए कराये जा रहे सर्वे में अपना नाम दर्ज करवाया विभाग ने उन्हें विभिन्न सब्जियों के बीज सब्जियों का थरहा वरमी कम्पोस्ट खाद उपलब्ध कराये गये। भगवन्तीन बाई ने उद्यान विभाग के मार्गदर्शन में अपने 0.20 हेक्टेयर रकबा के बाड़ी में अपनी मेहनत और लगन से सब्जी लगाई। उन्होंने बताया कि सब्जी की अच्छी पैदावार से स्थानीय हाट बाजार में विक्रय से प्रतिमाह 25 से 30 हजार लाभ कमा रही है।इसके साथ अपनी बाड़ी से ही उन्हें साल भर के लिए सब्जी मिल जा रही है। साथ ही अपने परिवार के अन्य सदस्यों को रोजगार भी मिल गया है।
गांव की धरोहर बाड़ी से मिल रही लोगों को हरी साग-सब्जियां
Tuesday, August 1, 2023
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माह में सब्जी से हो रहा 30 हजार का मुनाफा
छत्तीसगढ़ शासन के अन्तर्गत उद्यान विभाग के माध्यम से संचालित पोषण बाड़ी योजना से लोगों तक हरी और ताजी साग सब्जी आसानी से मिल रही है। गांव की धरोहर नरवा गरवा घुरूवा और बाडी को सहेजने का कार्य छत्तीसगढ़ शासन कर रही है। इसी क्रम में गरियाबंद जिले में ग्रामीण महिलाएं पोषण बाड़ी योजना का लाभ उठाकर अपनी बाडी में हरी सब्जियां की पैदावार कर रही हैं। महिलाएं ताजी सब्जियों को स्थानीय हाट बाजार में बेचकर अच्छा मुनाफा कमा रही हैं। इन्हीं महिलाओं में ग्राम देवरी की श्रीमती भगवन्तीन बाई भी है। अपनी बाड़ी में सब्जी उत्पादन से हर माह अच्छा मुनाफा कमा रही है। उन्होंने बताया कि पहले वे अपने खेत में पारम्परिक तरीके से खेती किसानी करती थी। जिससे अधिक कमाई नहीं हो पाती थी। उन्होंने अपने बाड़ी में सब्जियों की खेती करने के विचार से उद्यानिकी विभाग द्वारा गांव में बाड़ी विकास के लिए कराये जा रहे सर्वे में अपना नाम दर्ज करवाया विभाग ने उन्हें विभिन्न सब्जियों के बीज सब्जियों का थरहा वरमी कम्पोस्ट खाद उपलब्ध कराये गये। भगवन्तीन बाई ने उद्यान विभाग के मार्गदर्शन में अपने 0.20 हेक्टेयर रकबा के बाड़ी में अपनी मेहनत और लगन से सब्जी लगाई। उन्होंने बताया कि सब्जी की अच्छी पैदावार से स्थानीय हाट बाजार में विक्रय से प्रतिमाह 25 से 30 हजार लाभ कमा रही है।इसके साथ अपनी बाड़ी से ही उन्हें साल भर के लिए सब्जी मिल जा रही है। साथ ही अपने परिवार के अन्य सदस्यों को रोजगार भी मिल गया है।
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