आकड़ो के अनुसार प्रदेश में बेरोजगारों की संख्या 16 लाख से पार- जांजगीर में सबसे ज्यादा बेरोजगार
छत्तीसगढ़ में शिक्षित बेरोजगारों की एक फौज खड़ी हो गई है। प्रदेश के विभिन्न रोजगार कार्यालयों में पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या 16 लाख से पार हो चुकी है। जांजगीर में सबसे अधिक 1.32 लाख से अधिक बेरोजगार पंजीकृत हैं। वहीँ छत्तीसगढ़ में पिछले पांच सालो में लगभग सवा छै लाख की कमी आई है . विभागीय मंत्री उमेश पटेल ने बताया की वर्ष २०१९ में रोजगार कार्यालयों में पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या लगभग 23 लाख से अधिक थी जो अब घटकर 16 लाख हो गयी है बेरोजगारी का मुद्दा सडक़ से सदन तक गरमा रहा है। राज्य में युवाओं को लुभाने के लिए तरह-तरह की घोषणाएं भी हो रही हैं। बावजूद बेरोजगारों की संख्या कम होने का नाम नहीं ले रही है। विभागीय आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में मौजूदा समय में रोजगार कार्यालयों में पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या 16 लाख 92 हजार 824 है. सबसे अधिक पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या जांजगीर में 1 लाख 32 हजार 676 है. वहीं दूसरे स्थान पर रायगढ़ में 1 लाख 7 हजार 621 और तीसरे स्थान पर बिलासपुर में 1 लाख 5 हजार 803 है. सबसे कम बेरोजगारों की संख्या सुकमा में 11 हजार 703, गौरेला-पेंड्रा-मारवाही में 14 हजार 568 और बीजापुर में 14 हजार 824 है.
सबसे अधिक पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या जांजगीर में है. यहां 1 लाख 32 हजार 676 लोग बेरोजगार हैं. वहीं दूसरे स्थान पर रायगढ़ में 1 लाख 7 हजार 621 और तीसरे स्थान पर बिलासपुर में 1 लाख 5 हजार 803 ऐसे लोग हैं, जिनके पास रोजगार का कोई साधन नहीं है.
यह है कारण
जानकारों की मानें तो बेरोजगारी की प्रमुख कारण बढ़ती जनसंख्या, अशिक्षा और पूंजी की कमी है. यह युवा वर्गों में एक बहुत बड़ा निराशा का कारण है. एक ओर जहां राज्य में बेरोजगारी को खत्म करने और बेरोजगारी मुक्त होने की बातें चल रही है, वहीं यह आंकड़े सिर चकराने वाले हैं. अब इस बीच सवाल यह उठता है कि सरकार राज्य के इन बेरोजगारों के लिए क्या करने वाली है और राज्य में बेरोजगारी का यह दर कैसे कम होगा.
बेरोजगारी में टॉप जिले –
जांजगीर 132676
रायगढ 107621
बिलासपुर 105803
दुर्ग – 98017
राजनांदगांव – 96974
यहां है कम बेरोजगार–
सुकमा – 11703
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही – 14568
बीजापुर – 14824
दंतेवाड़ा – 15753
नारायणपुर – 23354