बस्तर से लेकर सरगुजा तक खुले स्थानीय रोजगार के नए आयाम - CGKIRAN

बस्तर से लेकर सरगुजा तक खुले स्थानीय रोजगार के नए आयाम


युवा ऊर्जा को सकारात्मक रूप देने राजीव युवा मितान क्लब का गठन

नवाचार, स्व-रोजगार और उद्यमिता को मिल रहा प्रोत्साहन

पुरानी परम्पराएं अब रोजगार से जुड़कर बन रही आय का जरिया

रोजगार के नए और स्थानीय आयामों पर कार्य करते हुए छत्तीसगढ़ सरकार प्रदेश में रोजगार के अवसर बढ़ा रही है। बस्तर से लेकर सरगुजा तक अब स्थानीय रोजगार के नए आयाम खुले हैं। पुरानी परम्पराएं अब रोजगार से जुड़कर आय का जरिया बन रही है। रोजगार का अनूठा मॉडल आज पूरे देश में चर्चा का विषय है, यही कारण है कि आज छत्तीसगढ़ पूरे देश में सबसे कम बेरोजगारी दर वाला राज्य है।

रूरल इंडस्ट्रियल पार्क आज गांवों में स्थानीय रोजगार और उद्यमिता विकास का एक महत्वपूर्ण जरिया बन गया है। इनसे जुड़कर महिलाएं, युवा, किसान और मजदूरों समेत हर वर्ग के लोग आर्थिक रूप से सशक्त हो रहे हैं। छत्तीसगढ़ सरकार युवाओं को आगे बढ़ाने की दिशा में काम करते हुए उन्हें नवाचार, स्व-रोजगार और उद्यमिता की ओर प्रोत्साहित कर रही है।

युवाओं की ऊर्जा को सकारात्मक रूप देने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने न केवल राजीव युवा मितान क्लब का गठन किया बल्कि युवाओं को एकजुट कर ऐसे संसाधन उपलब्ध कराए। क्लब से जुड़कर युवा स्थानीय स्तर पर वृक्षारोपण, स्वच्छता, पेयजल संरक्षण एवं अन्य जनजागरूकता की सामूहिक गतिविधियां कर सके। युवाओं के रोजगार की जरूरतों को समझकर छत्तीसगढ़ सरकार ने बड़े पैमाने पर सरकारी नौकरियां भी निकाली हैं। इसके साथ ही निजी क्षेत्रों में संभाग स्तरीय रोजगार मेलों के नियमित आयोजनों से प्राइवेट क्षेत्रों की प्रतिष्ठित कम्पनियों में भी रोजगार के रास्ते खुल रहे हैं।

उद्यम के क्षेत्र में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना से स्वरोजगार के इच्छुक युवाओं को अनेक अवसर मिल रहे हैं। छत्तीसगढ़ सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों के प्रतिभावान युवाओं को उद्यम प्रोत्साहन देने के लिए कई नवाचारी योजनाओं का संचालन जमीनी स्तर पर किया है। रूरल इंडस्ट्रियल पार्क की स्थापना से न केवल स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़े हैं अपितु गांव में ही जमीन, बिजली, पानी, सड़क एवं बैंकिंग लिंकेज की सुविधा से स्टार्टअप्स को भी बढ़ावा मिल रहा है। इस तरह सरकार स्थानीय जरूरतों के मुताबिक रोजगार उपलब्ध करा रही है।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल पर अब युवाओं को व्यवसाय के अलावा स्व-रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। विशेषकर आदिवासी बाहुल्य और पिछड़े क्षेत्रों में सरकार ने परम्परागत कार्यों से लोगों को जोड़ा है और उन्हें स्थानीय स्तर पर रोजगार प्रदान कर रही है। स्थानीय स्तर पर उपलब्ध संसाधनों को न केवल संग्रहित किया जा रहा है बल्कि स्थानीय स्तर पर उनके प्रसंस्करण यूनिट्स की स्थापना और मार्केटिंग से भी जोड़ा गया है। इसी कड़ी में शहरों में सी-मार्ट की स्थापना की गई है ताकि गांवों में उत्पादित होने वाले विभिन्न प्रोडक्ट्स का विक्रय किया जा सके।

छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा शुरू किए गए रोजगार मिशन से भी युवाओं को बहुत लाभ हो रहा है। इस माध्यम से सरकार ने उद्योगपतियों, प्रशिक्षकों और रोजगार ढ़ूढ़ रहे युवाओं को एक चैनल के जरिए जोड़ने का सफल प्रयास किया है। युवाओं को आगे की पढ़ाई और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के बीच आर्थिक दिक्कतों को खत्म करते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने बेरोजगारी भत्ता योजना की शुरूआत की। इसके साथ ही युवा प्रतिभाओं को निखारने और उनमें कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम भी सरकार चला रही है।

छत्तीसगढ़ सरकार खेल और शिक्षा के क्षेत्र में सुविधाओं के लगातार विस्तार पर कार्य कर रही है। प्रदेश में खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने, अधोसंरचना और सुविधाओं के विकास तथा खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने का कार्य भी किया जा रहा है। खेल प्रतिभाओं को तराशने और उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए छत्तीसगढ़िया ओलंपिक और युवा महोत्सव जैसे वृहद आयोजन भी किए जा रहे हैं, जहां युवा सहभागिता को प्राथमिकता दी जा रही है।

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