पंचायत सचिवों ने किया सद्बुद्धि यज्ञ, पंचायत सचिव अब माता की शरण में
पंचायत सचिव संघ नए बजट में पंचायत सचिवों के वर्षो पुराने मांग की अनदेखी से नाराज है और यह नाराजगी अब सड़क पर दिखने वाली है। पंचायत सचिवो ने कहा है कि हमारी मांग अगर छत्तीसगढ़ सरकार नही पूरी करती है तो हम और भी बड़े रूप में प्रदेश भर के सचिव राजधानी में कूच करेंगे और आंदोलन पर बैठेंगे । पंचायत सचिव के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से,ग्राम पंचायत के शासकीय कार्य पूर्ण रूप से बाधित हो गए हैं। सचिवो द्वारा कहीं सरकार को सद्बुद्धि देने के लिए हवन किया जा रहा है तो कहीं
पत्र के माध्यम से नवरात्री में मातारानी के सामने मन्नते करते नजर आ रहे है. पत्र में सचिवों ने उल्लेख किया है कि वो शासन के आगे मिन्नतें करते करते थक चुके हैं। और अब केवल आपका सहारा है। हे मातारानी शासन प्रशासन को सदबुद्धि देवें और हमारी मांग को पूरा कराने की कृपा करेंगे। हमें पूर्ण विश्वास है कि आपके आशीर्वाद से हमारी मांग जरूर पूरी होगी। वायरल पत्र खूब सुर्खियां बटोर रही।
बता दे की ग्राम पंचायत सचिवों को पुरानी पेंशन, ग्रेच्युटी, क्रमोन्नति एवं पदोन्नति का लाभ नहीं मिल रहा है। वह 27 सालों से लगभग 29 विभागों में सेवा दे रहे हैं। शासन द्वारा संचालित 29 विभागों के विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन कराए जाने की जिम्मेदारी पंचायत सचिव की हैं। प्रदेश के पंचायत सचिव पूरी निष्ठा के साथ अपने दायित्व का निर्वहन कर रहे है। पंचायत सचिव संघ विगत कई वर्षों से पंचायत सचिव के शासकीयकरण करने की मांग करते आ रहे है लेकिन शासन ने अभी तक कोई ठोस पहल इस दिशा में नहीं किया हैं। राज्य सरकार की कई योजनाओं को जमीन स्तर पर लाने में सचिवों की अहम भूमिका रहती है। लंबे समय इसी मांग को लेकर पंचायत सचिवों ने कई बार प्रदर्शन किया शासन प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा उन्हें आश्वासन भी मिला लेकिन अब उनकी मांगों पर विचार नहीं किए जाने के कारण उन्होंने हड़ताल प्रारंभ की है। बजट में भी इसका कोई उल्लेख नही किया गया है इसलिए पखवाड़े से जारी इस हड़ताल के कारण ग्राम पंचायतों में कामकाज भी प्रभावित है। यह हड़ताल प्रदेश के सभी ब्लाको में जरी है और सचिवो का कहना है की सरकार जब तक हमारी मांगे नही पूरी करेंगे हम हड़ताल करते रहेंगे