अनुकंपा नियुक्ति - महिलाओं ने मुंडन कराकर जताया विरोध
अनुकंपा नियुक्ति शिक्षाकर्मी कल्याण संघ छत्तीसगढ़ का धरना-प्रदर्शन अपने चरम पर है। महिलाएं अपनी मांगों को सरकार से पूरा कराने के लिए हर तरीका अख्तियार कर रही हैं, जिससे उनकी मांगें पूरी हो सके। संगठन से जुड़ी ये महिलाएं 20 अक्टूबर 2022 से अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रही हैं। सोमवार को दिवंगत शिक्षकों की विधवा महिलाएं बूढ़ातालाब धरना स्थल पर अपनी मांग को मनवाने के लिए प्रदर्शन का नया तरीका अपनाया। प्रदर्शन के दौरान अपना मुंडन कराकर विरोध जताया ।
गौरतलब है कि पिछले चार महीने से दिवंगत कर्मचारियों के परिजन अनुकंपा नियुक्ति के लिए बूढ़ा तालाब में धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। संघ की प्रदेश अध्यक्ष माधुरी मृगे ने बताया कि संघ की सदस्य शांति साहू ने बालों का मुंडन कराकर विरोध जताया है। 20 अक्टूबर से हम लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे है, लेकिन हमारी बात सुनने वाला कोई नहीं है। हमारी आर्थिक हालात बिल्कुल जर्जर हो चुकी है, हमारे सामने परिवार चलाने का संकट है। दिवगंत शिक्षकों की विधवा महिलाए सीएम हॉउस का घेराव कर चुकी हैं। आत्मदाह की कोशिश भी कर चुकी हैं।जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती वे प्रदर्शन करती रहेंगी। आज बीजेपी नेता ने मौके पर पहुंचकर अनुकंपा नियुक्ति शिक्षाकर्मा कल्याण संघ छत्तीसगढ़ का समर्थन किया।
बता दें कि रायपुर के बूढ़ातालाब में दिवंगत शिक्षकों की महिलाओं को प्रदर्शन करते आज 133 दिन पूरे हो चुके है। महिलाओं ने अपनी मांगों को लेकर तरह-तरह के प्रदर्शन कर विरोध जताया है।
तीन सदस्यीय समिति बनी, लेकिन रिपोर्ट नहीं आई
संघ की प्रदेश अध्यक्ष माधुरी मृगे ने बताया कि सितंबर 2021 में मुख्यमंत्री की घोषणानुसार सामान्य प्रशासन विभाग तीन सदस्यीय समिति का गठन किया था। समिति को एक महीने में रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया था। लेकिन 16 महीने बीत जाने के बाद भी अभी तक कोई रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई है।