छत्तीसगढ़
कांकेर जिले ने एक बार फिर जल संरक्षण के क्षेत्र में देशभर में अपनी पहचान बनाई है। नरहरपुर विकासखण्ड की ग्राम पंचायत डूमरपानी को जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित छठवें राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2024 में ‘सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत’ श्रेणी में तृतीय स्थान प्राप्त हुआ है। यह सम्मान डूमरपानी पंचायत के सतत जल संरक्षण और प्रबंधन के प्रभावी प्रयासों की राष्ट्रीय स्तर पर सराहना है। यह पुरस्कार जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा पुनर्जीवन विभाग द्वारा प्रदान किया जाता है, जिसका उद्देश्य जल संरक्षण में स्थानीय निकायों के नवाचारपूर्ण कार्यों को प्रोत्साहित करना है। ग्राम पंचायत डूमरपानी ने मनरेगा और अन्य विभागीय योजनाओं के अभिसरण से जल स्रोतों के पुनर्जीवन, वर्षा जल संचयन, और निस्तारी तालाबों के संरक्षण जैसे कई उल्लेखनीय कार्य किए हैं। इन्हीं प्रयासों के चलते पंचायत को यह सम्मान मिला है।
ग्राम पंचायत डूमरपानी को मिला राष्ट्रीय जल पुरस्कार
Thursday, November 13, 2025
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कांकेर जिले ने एक बार फिर जल संरक्षण के क्षेत्र में देशभर में अपनी पहचान बनाई है। नरहरपुर विकासखण्ड की ग्राम पंचायत डूमरपानी को जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित छठवें राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2024 में ‘सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत’ श्रेणी में तृतीय स्थान प्राप्त हुआ है। यह सम्मान डूमरपानी पंचायत के सतत जल संरक्षण और प्रबंधन के प्रभावी प्रयासों की राष्ट्रीय स्तर पर सराहना है। यह पुरस्कार जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा पुनर्जीवन विभाग द्वारा प्रदान किया जाता है, जिसका उद्देश्य जल संरक्षण में स्थानीय निकायों के नवाचारपूर्ण कार्यों को प्रोत्साहित करना है। ग्राम पंचायत डूमरपानी ने मनरेगा और अन्य विभागीय योजनाओं के अभिसरण से जल स्रोतों के पुनर्जीवन, वर्षा जल संचयन, और निस्तारी तालाबों के संरक्षण जैसे कई उल्लेखनीय कार्य किए हैं। इन्हीं प्रयासों के चलते पंचायत को यह सम्मान मिला है।
पुरस्कार वितरण समारोह 18 नवम्बर 2025 को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित होगा। जिला पंचायत सीईओ के अनुसार, यह कांकेर जिले के लिए जल प्रबंधन क्षेत्र में लगातार दूसरी बड़ी उपलब्धि है। वर्ष 2023 में नरहरपुर ब्लॉक की ही मासूलपानी ग्राम पंचायत को इसी श्रेणी में द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ था।
कलेक्टर निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने ग्राम पंचायत डूमरपानी के सरपंच, पंचायत प्रतिनिधियों, जिला पंचायत टीम और ग्रामीणों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह सफलता जनसहभागिता, योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन और सामूहिक प्रतिबद्धता का परिणाम है। डूमरपानी की इस उपलब्धि ने न केवल कांकेर जिले, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ को गौरवान्वित किया है।
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