आलू बुखारा खाने के अनेक फायदे - CGKIRAN

आलू बुखारा खाने के अनेक फायदे


‘चरकसंहिता’ में खट्टे-मीठे आलूबुखारे की गुणों का वर्णन किया गया है. ग्रंथ के अनुसार, यह फल  पित्त व कफ को बांधता है. तासीर में बहुत गर्म नहीं होता. खाने में स्वादिष्ट एवं मधुर है और शीघ्र पचने वाला भी है.आलू बुखारा दिखने में भले ही छोटा हो लेकिन सेहत के लिए उतना ही ज्यादा फायदेमंद होता है। इसमें विटामिन के, विटामिन सी के अलावा विटामिन बी 6 प्रुचर मात्रा में होता है। इस मौसम में आपको बाजार में आम और लीची के अलावा जो फल ज्यादा दिखेगा वो आलू बुखारा है। लाल रंग का गोल गोल छोटा सा दिखने वाला आलू बुखारा स्वाद में खट्टा मीठा होता है। ये फल इस मौसम में आता है और कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसके साथ ही स्वाद में बेहतरीन होता है। लेकिन क्या आपको पता है आलू बुखारा दिखने में भले ही छोटा हो लेकिन सेहत के लिए उतना ही ज्यादा फायदेमंद होता है। इसमें विटामिन के, विटामिन सी के अलावा विटामिन बी 6 प्रुचर मात्रा में होता है।

वजन करता है कंट्रोल - आलू बुखारा में अन्य फलों की तुलना में कैलोरी कम मात्रा में होती है। करीब 100 ग्राम आलू बुखारे में 46 कैलोरी होती है। ऐसे में इसका सेवन करने से वजन कंट्रोल करने में भी मदद मिलती है। 

आंखों के लिए लाभदायक - आलू बुखारा में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में होता है। विटामिन सी आंखों और त्वचा के लिए फायदेमंद है। इसके साथ ही ये रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता है। 

डाइजेशन के लिए है अच्छा -आलू बुखारा का रोजाना सेवन करने से आपका डाइजेशन अच्छा रहता है। इसमें मौजूद आइसटिन और सोर्बिटोस पाचन तंत्र को हेल्दी बनाए रखेगा। इसके साथ ही कब्ज की समस्या में भी आपको आराम मिलेगा।

कोलेस्ट्रॉल को करें बैलेंस - अगर आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुआ है तो आलू बुखारा को डाइट में शामिल करें। इसमें मौजूद सोलियबल फाइबर आपके शरीर में मौजूद कोलेस्ट्रॉल को शरीर से खत्म कर देता है। 

डायबिटीज - मीठा होने के बावजूद आलू बुखारा को डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद माना जाता है. इसमें फाइबर होता है, जो ब्लड शुगर लेवल को मेंटेन करने में मदद करता है. कम मात्रा में शुगर के मरीज भी इस फल का आनंद ले सकते हैं.

हड्डियों के लिए - आलू बुखारा का सेवन करने से हड्डियां मजबूत रहती हैं. कई रिसर्च में यह बात सामने आई है कि आलू बुखारा ऑस्टियोपोरोसिस जैसी खतरनाक हड्डियों की बीमारी का खतरा कम कर सकता है. यह हड्डियों को डैमेज से बचा सकता है.

कैंसर से बचाता है - प्लम्स की त्वचा का लाल नीला रंग पिगमेंट, एंथोसायनिन के कारण होता है, जो मुक्त कणों से भी लड़ता है। प्लम्स ब्रेस्ट कैंसर, कैविटी और मुंह के कैंसर से भी बचाता है।

बालों की सेहत का रखता है ख्याल - आलूबुखारा एड्रिनल ग्रंथि की थकान को उलट कर बालों का झड़ना रोकता है। यह बालों के विकास को भी बढ़ावा देता है क्योंकि इसमें आयरन की मात्रा अधिक होती है और यह रक्त परिसंचरण में सुधार करता है। 

 स्किन - आलूबुखारा में विटामिन सी पाया जाता है, जो स्किन को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है.

 एनर्जी - आलू बुखारे में नेचुरल शुगर होती हैं, जो एनर्जी को बढ़ाने में मददगार है. अगर आपको एनर्जी की कमी महसूस होती है, तो आप इस फल का सेवन कर सकते हैं.

 नोट - यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर लिखी गई है।इनके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूर लें। 

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