बस एक क्लिक में मिलेगी जमीन की अब पूरी जानकारी
छत्तीसगढ़ सरकार ने जमीन खरीदने-बेचने की प्रक्रिया को आसान और पारदर्शी बनाने के लिए एक नई डिजिटल व्यवस्था शुरू की है. अब लोगों को सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने या बिचौलियों पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं पड़ेगी. पंजीयन विभाग की वेबसाइट और ‘SUGAM’ ऐप के जरिए जमीन की गाइडलाइन दर, स्टाम्प ड्यूटी, पंजीयन शुल्क और अन्य जरूरी जानकारी कुछ सेकंड में मोबाइल या कंप्यूटर पर उपलब्ध होगी.
कैसे मिलेगी जानकारी?
पंजीयन विभाग की वेबसाइट या ‘सुगम’ ऐप पर जाएं.
जिला, तहसील और गांव चुनें.
खसरा नंबर डालें और गूगल मैप पर जमीन की लोकेशन क्लिक करें.
स्क्रीन पर गाइडलाइन दर, स्टाम्प ड्यूटी, पंजीयन शुल्क और अन्य विवरण दिखाई देंगे.
नई तकनीक से गाइडलाइन दरें तय
पहली बार पंजीयन विभाग ने गाइडलाइन दरें तय करने के लिए डिजिटल टूल्स और नई तकनीक का उपयोग किया है, ताकि दरें बाजार मूल्य के अनुरूप हों. महानिरीक्षक पंजीयन विभाग, पुष्पेंद्र कुमार मीणा के मुताबिक नई व्यवस्था से जमीन की रजिस्ट्री प्रक्रिया को और सुविधाजनक बनाया जा रहा है. गाइडलाइन दरों में 1.5 से 2 गुना की बढ़ोतरी प्रस्तावित है, जो हफ्तेभर में शासन को सौंपी जाएगी. कैबिनेट की मंजूरी के बाद यह पूरे राज्य में लागू होगी.
यह डिजिटल पहल न केवल पारदर्शिता लाएगी, बल्कि फर्जीवाड़े की गुंजाइश को भी कम करेगी. पुरानी दरें, जो 2017 से लागू थीं, बाजार मूल्य से काफी पीछे थीं. नई प्रणाली से जमीन के सौदे आसान, सुरक्षित और पारदर्शी होंगे. आम नागरिक अब खुद अपनी जमीन की जानकारी जांच सकेंगे, जिससे उन्हें अपने हक की पूरी समझ होगी.
पारदर्शिता और सुरक्षा की नई मिसाल
नई प्रणाली से फर्जीवाड़े की संभावनाओं पर भी लगाम लगेगी। 2017 से लागू पुरानी दरें अब बाजार मूल्य से काफी पीछे थीं, जिससे कई बार धोखाधड़ी की घटनाएं सामने आती थीं। अब आम नागरिक खुद अपनी जमीन की जानकारी (Check Land Details Online Chhattisgarh) प्राप्त कर सकेंगे, जिससे उन्हें अपने हक और संपत्ति के मूल्य का सही ज्ञान मिलेगा।
डिजिटल भारत की ओर एक और कदम
‘SUGAM’ ऐप (CG SUGAM App) और वेबसाइट के जरिए यह व्यवस्था छत्तीसगढ़ को डिजिटल इंडिया (Digital India in Land Records) के सपनों को साकार करने की दिशा में ले जाती है। इससे सरकार, नागरिक और बाजार के बीच विश्वास और पारदर्शिता बढ़ेगी।