माइक्रो वेडिंग का बढ़ता चलन, क्या हैं इस तरह की शादी के फायदे
वक्त के साथ-साथ शादी-विवाह के तरीकों में भी काफी बदलाव आ चुका है। शादी के तौर-तरीकों में वक्त के साथ काफी बदलाव आ चुके हैं। ट्रेंड्स के इस जमाने में हर दिन एक नया ट्रेंड सामने आ जाता है। ऐसे ही माइक्रो वेडिंग का ट्रेंड भी पिछले कुछ सालों में उभरकर सामने आया है जिसे लोग खूब पसंद कर रहे हैं। कई सिलेब्रिटीज ने भी इस ट्रेंड को फॉलो करते हुए शादी की है। पहले शादियों में गांव के सभी लोग, दूर-दूर के रिश्तेदार सभी जुटते थे और बड़ी धूमधाम के साथ शादी की जाती थी। लेकिन अब समय बदल चुका है। पारंपरिक भव्य शादियों की जगह अब "माइक्रो वेडिंग" का चलन तेजी से बढ़ रहा है। माइक्रो वेडिंग एक ऐसा शादी का रूप है, जिसमें कम लोगों के साथ, छोटे पैमाने पर, लेकिन खास और इंटिमेट सेलिब्रेशन किया जाता है। आइए जानते हैं कि माइक्रो वेडिंग क्या है और माइक्रो वेडिंग के क्या फायदे हैं। पारंपरिक शादियों में लाखों रुपये खर्च होते हैं, जबकि माइक्रो वेडिंग में केटरिंग, डेकोरेशन और वेन्यू का खर्च काफी कम हो जाता है। इससे कपल अपने बजट को अन्य जरूरतों, जैसे हनीमून या घर खरीदने में इस्तेमाल कर सकते हैं। कम मेहमानों के कारण फूड वेस्ट, डेकोरेशन वेस्ट और ट्रैवल पॉल्यूशन कम होता है, जो इस शादी को पर्यावरण के लिए बेहतर बनाता है।
माइक्रो वेडिंग क्या है?
माइक्रो वेडिंग एक छोटे स्तर पर आयोजित की जाने वाली शादी है, जिसमें आमतौर पर 20-50 मेहमान ही शामिल होते हैं। इसमें पारंपरिक शादियों जैसी भीड़-भाड़ और बड़े आयोजन नहीं होते, बल्कि फोकस दूल्हा-दुल्हन और उनके करीबी लोगों पर होता है। इस तरह की शादी में सादगी, इंटिमेसी और पर्सनल टच पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है।
माइक्रो वेडिंग का चलन क्यों बढ़ रहा है? कोविड-19 के बाद की नई नॉर्मल
कोरोना महामारी के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग और रेस्ट्रिक्शन्स ने लोगों को छोटे आयोजनों की ओर मोड़ दिया। इसके बाद भी लोगों को माइक्रो वेडिंग का कॉन्सेप्ट पसंद आया, क्योंकि यह सेफ और कम स्ट्रेस वाला ऑप्शन है।
ज्यादा पर्सनल और मीनिंगफुल अनुभव
कम लोगों के साथ सेलिब्रेट करने से दूल्हा-दुल्हन अपने करीबी रिश्तेदारों और दोस्तों के साथ क्वालिटी टाइम बिता पाते हैं। बड़ी शादियों में अक्सर कपल मेहमानों को टाइम नहीं दे पाते, लेकिन माइक्रो वेडिंग में यह परेशानी नहीं होती है।
फ्लेक्सिबिलिटी और क्रिएटिविटी
छोटी शादी होने के कारण इसे अनोखे लोकेशन पर आयोजित किया जा सकता है, जैसे बीच, गार्डन, रूफटॉप या फैमिली होम। इसके अलावा, कपल अपनी पसंद के थीम और स्टाइल को आसानी से इंक्लूड कर सकते हैं।
कम प्लानिंग स्ट्रेस
बड़ी शादियों में महीनों पहले से प्लानिंग और मैनेजमेंट की टेंशन रहती है, लेकिन माइक्रो वेडिंग में कम लोग के कारण कम अरेंजमेंट करनी होती है, जिससे स्ट्रेस फ्री वेडिंग प्लानिंग होती है।