पीएम मोदी के दौरे से पहले छत्तीसगढ़ में 50 नक्सलियों ने किया सरेंडर, 14 पर था 68 लाख का इनाम
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके बीजापुर में 50 नक्सलियों ने एक साथ सरेंडर कर दिया है। यह पहली बार है जब इतनी बड़ी संख्या में नक्सलियों ने सरेंडर किया है। सरेंडर करने वाले नक्सलियों पर 68 लाख रुपये का इनाम था।छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके बीजापुर में रविवार को 50 नक्सलियों ने एक साथ सरेंडर किया है। यह पहली बार है जब इनती बड़ी संख्या में नक्सलियों ने सरेंडर किया है। आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी छत्तीसगढ़ दौरे पर पहुंच रहे हैं। केंद्र और राज्य सरकार मिलकर देश से मार्च 2026 से पहले नक्सलवाद को खत्म करने के अभियान में जुटी हैं। छत्तीसगढ़ के बस्तर में नक्सलवाद के खिलाफ सुरक्षाबलों को लगातार बड़ी कामयाबी मिल रही रही है. शनिवार (29 मार्च) को हुए मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 17 नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया था. इस बीच रविवार को बीजापुर में 50 नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसर्मपण किया हैं. केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा चल रहे नक्सल विरोधी अभियान और लोन वर्राटू (घर वापस आओ) अभियान की एक महत्वपूर्ण सफलता मानी जा रही है. यह अभियान क्षेत्र में माओवाद के खिलाफ चल रहे अथक अभियान में एक महत्वपूर्ण अध्याय जोड़ता है, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घोषणा की है कि अगले साल तक देश नक्सल मुक्त हो जाएगा.
रिपोर्ट के मुताबिक, बीजापुर जिले में कुल 50 माओवादियों द्वारा किए गए आत्मसमर्पण को नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति बहाल करने की दिशा में अहम कदम बताया गया है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों के पुनर्वास की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी.गौरतलब है कि अकेले बीजापुर जिले में अब तक 100 से अधिक नक्सली आत्मसमर्पण करके मुख्यधारा में शामिल हो चुके हैं. नक्सलियों को छत्तीसगढ़ सरकार पुनर्वास नीति पसंद आ रही है.
पुलिस के अनुसार इन 50 नक्सलियों ने बीजापुर जिले में सरेंडर किया है। इनमें 14 नक्सली ऐसे हैं जिन पर कुल मिलाकर 68 लाख रुपये का इनाम घोषित था। इन नक्सलियों के सरेंडर करने से इलाके में नक्सली गतिविधियों को रोकने में मदद मिलेगी। ये नक्सली हिंसा का रास्ता छोड़कर शांतिपूर्ण जीवन जीना चाहते हैं। इसलिए उन्होंने आत्मसमर्पण किया है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को सरकार की पुनर्वास नीति के तहत मदद दी जाएगी। ताकि वे अपना जीवन अच्छे से जी सकें।
सीएम ने सुरक्षाबलों को दी बधाई
सीएम विष्णुदेव साय ने एक्स पोस्ट पर लिखा- हमारी नई आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति - 2025 का परिणाम है कि बीजापुर जिले में कुल 50 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के समक्ष आत्मसमर्पण किया है। पहली बार इतनी बड़ी संख्या में नक्सलियों द्वारा आत्मसमर्पण किया जाना ऐतिहासिक है। इस महत्वपूर्ण कामयाबी के लिए सुरक्षाबलों को बहुत-बहुत बधाई। नक्सलवाद के कुचक्र में फंसे लोग अब बंदूक छोड़कर पुनः समाज की मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं, जो स्वागतेय है। यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं माननीय केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के संकल्प के अनुरूप मार्च 2026 तक वामपंथी उग्रवाद का खात्मा तय है। इसके तहत डबल इंजन की सरकार में प्रदेश में अब तक 2200 से ज्यादा नक्सलियों की गिरफ्तारी हुई है और आत्मसमर्पण किया है, साथ ही अब तक 350 से अधिक नक्सली मारे जा चुके हैं।