ये क्या बोल गए मंत्री जी......
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के दौरे पर रविवार को पहुंचे सीएम विष्णुदेव साय के मंत्रिमंडल के सदस्य और दो कैबिनेट मंत्रियों को उस वक्त मुश्किलों को सामना करना पड़ गया, जब नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी फ्लौरामैक्स से ठगी की शिकार हुई महिलाओं ने उन्हें घेर लिया. महिलाएं नेटवर्क कंपनी में निवेश के लिए बैंक से लिए कर्ज माफी की गुहार कर रही थीं,, लेकिन मंत्रियों ने कर्जमाफी से इनकार कर दिया, जिससे महिलाएं भड़क गईं. दरअसल, स्वयं सहायता समूह की करीब 37000 महिलाओं को नेटवर्किंग कंपनी फ्लोरमैक्स में प्रोडक्ट में निवेश के जरिए बड़े मुनाफे का सब्जबाग दिखाए और उसके लिए स्थानीय बैंक उन्हें लोन दिलाए और किस्त भी कंपनी द्वारा भरने का आश्वासन दिया. शुरुआती दिनों में कंपनी ने लाभांश और निश्चित रकम भी दी, लेकिन तीन महीने बाद सब ठप हो गया.
रिपोर्ट के मुताबिक साय सरकार के दोनों कैबिनेट मंत्री कोरबा जिले में वनवासी कल्याण आश्रम में गौरी-गौरा पूजा महोत्सव शामिल होने पहुंचे थे. उन्होंने पीड़ित महिलाओं द्वारा बैंक से लिए गए कर्जे की माफी से इनकार कर दिया, जिससे कैबिनेट मंत्री और महिलाओं के बीच नोक-झोंक शुरू हो गई, जिसका वीडियो इंटरनेट पर अब वायरल हो रहा है.
क्या है फ्लोरा मैक्स ठगी: कोरबा जिले में फ्लोरा मैक्स नाम की कंपनी तैयार की गई. मार्ट की तर्ज पर खुली इस कंपनी ने महिलाओं को आजीविका दिलाने के नाम पर झांसे में लिया. महिलाओं को 30-30 हजार रुपये के लोन बैंक सहित 45 निजी फाइनेंस कंपनियों से दिलवाए. जिसकी कुल रकम का आंकलन 100 करोड़ रुपये से ज्यादा हुआ. लोन की रकम कंपनी अपने पास रखती थी, उसके बदले महिलाओं को उतने रुपये का सामान दिया जाता था. महिलाओं को लोन की राशि जमा करने के लिए कंपनी की ओर से 2700 रुपये बतौर सैलरी हर महीने दी जाती थी. उस दौरान कंपनी से 40 हजार से भी ज्यादा महिलाएं जुड़ी.
कुछ दिनों तक तो सब ठीक रहा लेकिन बाद में व्यापार में घाटा का हवाला देकर कंपनी ने किस्त की राशि देना बंद कर दिया. कंपनी से जुड़े कुछ लोग ढाई करोड़ से भी ज्यादा की राशि लेकर फरार हो गए. जिससे कंपनी बंद हो गई. जिन महिलाओं के नाम पर लोन था, फाइनेंस कंपनियां उन पर वसूली का दबाव बनाना शुरू कर दिया. जिससे महिलाएं परेशान है. सरकार से लोन माफी की मांग कर रही है.
छत्तीसगढ़ के कोरबा में फ्लोरामैक्स कंपनी के फ्रॉड से पीड़ित महिलाओं ने आईटीआई चौराहे पर चक्काजाम किया। इस चक्काजाम में फंसे छ्त्तीसगढ़ के उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन ने अपना आपा खो बैठे। उन्होंने इस दौरान महिलाओं को धमकी देते हुए कहा कि 'चुपचाप रहो, शांति से बात कर रहे हैं। शासन-प्रशासन सहयोग कर रहा है। ज्यादा हेकड़ी दिखाओगी, तो पुलिस को बुलाकर फेंकवा दूंगा।' दूसरी ओर मंत्री रामविचार नेताम ने भी रही सही कसर निकाल ली। उन्होंने कहा कि नेतागिरी करने से काम नहीं चलेगा। कानून को अपने हाथ में ना लें, जो भी दोषी हैं, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
महिलाओं ने रोका मंत्री का काफिला
छत्तीसगढ़ के पंचायत एवं कृषि मंत्री राम विचार नेताम एक सामाजिक कार्यक्रम में शामिल होने कोरबा पहुंचे थे। कार्यक्रम के दौरान माहौल उस समय तनावपूर्ण हो गया जब पीड़ित 500 महिलायें अपनी मांगों को लेकर कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गई। चक्काजाम कर मंत्रियों के काफिले को रोक दिया। महिलाओं का कहना था कि जब तक उनकी समस्याओं का हल नहीं हो जाता, वो मंत्री को यहां से जाने नहीं देंगी। करीब तीन घंटे तक दोनों मंत्री इस जाम में फंसे रहे।
उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन की महिलाओं को धमकी: मंत्री राम विचार नेताम और कलेक्टर अजीत वसंत से महिलाओं की बात हो रही थी कि इतने में उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन वहां पहुंचे. मंत्री देवांगन ने महिलाओं से कहा "अभी शासन प्रशासन तुम लोगों का सहयोग कर रहा है. यदि तुम लोगों की हेकड़ी कम नहीं हुई तो, यहां से उठाकर फेंकवा देंगे." फिर आदेशात्मक लहजे में कहा कि जल्दी यहां पुलिस का इंतजाम करवाया जाए.
महिलाओं ने मंत्री को दी ये चेतावनी: मंत्री लखन लाल देवांगन की इस बात पर महिलाएं भड़क गई. महिलाओं ने कहा "हमें उठा के फिकवा देंगे. हम आप लोग को उखाड़कर फेंकेंगे. महिलाओं ने कहा कि हमारे वोट देने से ही आप मंत्री बने हैं." सड़क पर बैठी महिलाएं लगातार कह रही थी कि अगर आप लोग चाहेंगे तो हमारा कर्ज माफ हो जाएगा. महिलाओं ने कहा जब कंपनी का उद्घाटन हुआ था तब मंत्री लखन लाल देवांगन भी आए थे.
कंपनी के दो डायरेक्टर समेत 13 गिरफ्तार हुए
पुलिस ने शिकायत के बाद कंपनी के सिटी मॉल स्थित ऑफिस और दुकानों को सील कर दिया है. दो डायरेक्टर अखिलेश सिंह और राजू सिंह सहित 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा कंपनी की 7 इको गाड़ियां और एक स्कूटी भी जब्त की गई हैं. कंपनी की अन्य संपत्तियों का पता लगाने का प्रयास जारी है. पुलिस ने कंपनी के नेटवर्क फैलाने में अहम भूमिका निभाने वाले 60 प्रमुख एजेंटों को भी चिन्हित किया है.