बैलेट पेपर से होंगे छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव, जनवरी-फरवरी में निकाय और पंचायत चुनाव
छत्तीसगढ़ में आगामी नगरीय निकाय चुनाव बैलट पेपर से करवाया जाएगा. इसकी घोषणा उप मुख्यमंत्री और नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव ने की है. इसके लिए चुनाव आयोग की तरफ से तैयारी शुरू कर दी गई है. 27 दिसंबर को पत्रकारों से बात करते हुए उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा है कि इस बार का नगरी निकाय चुनाव बैलट पेपर से करवाया जाएगा. उन्होंने कहा कि ईवीएम के तैयार होने में समय लग सकता है. इस बात की समीक्षा की गई है. इसी को ध्यान में रखते हुए बैलेट पेपर से चुनाव कराने का निर्णय किया गया है. इस बाबत चुनाव आयोग अंतिम तैयारी में लगा हुआ है और जैसे ही इस पर निर्णय हो जाएगा. इस पर अंतिम जानकारी दी जाएगी.
निकाय चुनाव में हुई देरी को लेकर डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा कि बहुत सारे बदलाव इस बार हुए हैं. माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर ओबीसी आरक्षण की सारी पद्धति बदली है. आयोग बनाया, आयोग की रिपोर्ट आई, अब उस आधार पर आरक्षण होना है. उसी तरह से निकायों में अध्यक्ष और महापौर का चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से करने का फैसला लिया गया है.
नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव ने मीडिया से चर्चा में कहा कि ईवीएम मशीन की तैयारी में समय लग रहा था, जिसके मद्देनजर बैलट पेपर से चुनाव का निर्णय किया गया है. चुनाव आयोग तैयारी कर रही है. उन्होंने बताया कि नगरीय निकाय चुनाव पर सरकार तैयारी कर रही है. नियमों में परिवर्तन हुआ है, आरक्षण की प्रक्रिया हो रही है. सरकार जल्द से जल्द चुनाव करने प्रतिबद्ध है. मंत्री अरुण साव ने बताया कि आरक्षण की प्रक्रिया और महापौर के लिए 7 तारीख निर्धारित की है. जैसे ही आरक्षण की प्रक्रिया समाप्त होगी, चुनाव आयोग को उसको सूचना भेजी जाएगी. उन्होंने बताया कि हमने नई व्यवस्था की है, कई नियमों में परिवर्तन किया गया है. कानून में परिवर्तन कर हमने व्यवस्था की है.
डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा किसरकार जल्द से जल्द नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है. जैसे ही आरक्षण की प्रक्रिया समाप्त होगी. उसकी सूचना चुनाव आयोग को भेजी जाएगी. फिर चुनाव आयोग निकाय चुनाव के कार्यक्रम घोषित करेगी. नगरीय निकाय के अध्यक्ष और महापौर के लिए आरक्षण की प्रक्रिया 7 तारीख निर्धारित की है.
डिप्टी सीएम अरुण साव ने बताया कि सरकार की मंशा है कि राज्य में होने वाले बोर्ड एग्जाम से पहले नगरीय निकाय चुनाव को पूरा कर लिया जाए. ताकि निकाय चुनाव की वजह से किसी तरह से कोई परीक्षा प्रभावित न हो.