शीतकालीन सत्र से पहले क्या छत्तीसगढ़ में होगा मंत्रिमंडल विस्तार....! अटकलें तेज - CGKIRAN

शीतकालीन सत्र से पहले क्या छत्तीसगढ़ में होगा मंत्रिमंडल विस्तार....! अटकलें तेज


लोकसभा चुनाव के बाद से ही मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं।विधानसभा का शीतकालीन सत्र 16 दिसंबर से शुरू हो रहा है। छत्तीसगढ़ की राजनीति में इन दिनों मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाएं तेज हो गई हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जल्द ही अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते हैं। अगले सप्ताह केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का भी दौरा प्रस्तावित है। अमित शाह राज्य के कई कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। इसके साथ ही शाह, संगठन और सरकार के पदाधिकारियों के साथ भी अहम बैठक कर सकते हैं। अमित शाह के दौरे से पहले सोमवार को सीएम विष्णुदेव साय, राज्यपाल रमेन डेका से मुलाकात करने के लिए पहुंचे है। कैबिनेट विस्तार की अटकलों के बीच सीएम विष्णुदेव साय और राज्यपाल रमेन डेका से मुलाकात को लेकर सियासी अटकलें लगाई जा रही हैं। सीएम साय के पिछले सोमवार को राज्यपाल रमेन डेका से मुलाकात करने पहुंचने के बाद से इन अटकलों को और जोर मिल गया था।  फिलहाल साय दिल्ली दौरे पर हैं। माना जा रहा है कि वह शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात के बाद मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा कर सकते हैं। इस दौरान शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात कर मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा होने की संभावना है।

उनके साथ दोनों उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा और अरुण साव भी हैं। सीएम के दिल्ली से लौटने के बाद नए मंत्री बनाए जा सकते है। विगत सोमवार को मुख्यमंत्री साय कैबिनेट की बैठक से पहले राज्यपाल रमेन डेका से मुलाकात करने पहुंचे थे।

अचानक मुलाकात करने पहुंचे सीएम

राज्यपाल रमेन डेका से सीएम विष्णदेव साय अचानक मुलाकात करने पहुंचे हैं। जिस कारण से कई अटकलें लगाई जा रही हैं। सीएम साय करीब 30 मिनट तक राजभवन में रहे।

निकाय चुनाव के बाद हो सकता है विस्तार

हालांकि दावा किया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में कैबिनेट विस्तार नगरीय निकाय चुनाव के बाद हो सकते हैं। नगरीय निकाय चुनाव को देखते हुए बीजेपी कैबिनेट विस्तार को टाल सकती है। निकाय चुनाव के लिए बीजेपी-कांग्रेस ने तैयारियां तेज कर दी हैं।

दो विधायक बन सकते हैं मंत्री

प्रदेश में अभी दो नेताओं को कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है। बृजमोहन अग्रवाल के इस्तीफे के बाद शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री के पास है। मंत्रिमंडल विस्तार में एक सीनियर विधायक को मंत्री बनाया जा सकता है।  मंत्री पद की दौड़ में विधायक सुनील सोनी, राजेश मूणत, अजय चंद्राकर, रेणुका सिंह, अमर अग्रवाल, रेणुका सिंह आगे बताई जा रही हैं। राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच करीब 30 मिनट तक चर्चा हुई थी। हालांकि, इसे सौजन्य मुलाकात बताया गया था। इसके बावजूद अटकलें लगाई जा रही थी कि मुख्यमंत्री और राज्यापाल के बीच मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा हुई है। लोकसभा चुनाव के बाद से ही मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं। सूत्रों का कहना है कि कैबिनेट विस्तार नहीं होगा बल्कि कैबिनेट का फेरबदल होगा। राज्य सरकार के कई मंत्रियों को बाहर भी किया जा सकता है।



Previous article
Next article

Articles Ads

Articles Ads 1

Articles Ads 2

Advertisement Ads