हरियाणा की तरह क्या छत्तीसगढ़ में भी होंगे 90 विधायक पर 14 मंत्री...?
नई दिल्ली में भाजपा संगठन चुनाव की बैठक में शामिल होकर रायपुर लौटे मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर संकेत दिए हैं। मंगलवार को रायपुर के स्वामी विवेकानंद विमानतल पर मीडिया से चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री साय ने मंत्रिमंडल के विस्तार पर किए गए प्रश्न पर कहा कि सब कुछ होगा, इंतजार करिए। जब सीएम से पूछा गया कि क्या हरियाणा की तरह छत्तीसगढ़ में भी 13 की बजाय 14 मंत्री बनाए जाएंगे। इस पर सीएम ने मुस्कुराते हुए कहा कि वह सब होगा, इंतजार करिए। वहीं, पार्टी सूत्रों का कहना है कि नई दिल्ली में भाजपा के मंडल अध्यक्ष और जिलाध्यक्ष के संगठन चुनाव के लिए चर्चा के बीच साय कैबिनेट के विस्तार को लेकर भी चर्चा हुई है।
छत्तीसगढ़ में मंत्रियों की संख्या को लेकर अब एक नई बहस छिड़ गई है. यहां सीएम को लेकर कुल 13 मंत्री बनाए जाते हैं. मौजूदा दौर में अभी प्रदेश में कुल 12 मंत्री हैं. ऐसा विधानसभा की कुल सीटों को लेकर है. छत्तीसगढ़ में विधानसभा की कुल 90 सीटें हैं. नियमों के मुताबिक राज्य में कुल विधायकों की संख्या के 15 फीसदी के हिसाब से मंत्रिमंडल का गठन होता है. इस लिहाज से 13.5 विधायक ही मंत्री बन सकते हैं. इस आधार पर छत्तीसगढ़ में 13 मंत्री बनाए जाते हैं.
छत्तीसगढ़ में मंत्रियों की संख्या पर राजनीति के जानकारों का कहना है कि सदन परंपरा के हिसाब से चलता है. ऐसे में हो सकता है कि इस बार नई परंपरा बन जाए. कुल विधायकों की संख्या का 15% ही कैबिनेट में शामिल हो सकता है. ऐसे में 90 विधायक का 15% साढे 13 होता है. यही कारण था कि छत्तीसगढ़ सरकार में 13 मंत्री बनाए गए , क्योंकि आधा मंत्री बनाया जाना संभव नहीं था. वही इसके उलट हरियाणा की बात की जाए तो उन्होंने साढे 13 की जगह 14 मंत्री बनाए हैं. राजनीति के जानकार एवं वरिष्ठ पत्रकार राम अवतार तिवारी भी इस बात का समर्थन करते आए हैं। उनका भी कहना है कि हरियाणा की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में भी आने वाले समय में 14 मंत्री बनाए जा सकते हैं.
हरियाणा में 90 सीटें, लेकिन गणित बदला: हरियाणा में भी कुल 90 विधानसभा सीटें हैं. यहां लेकिन गणित इस बार बदल गया है. हरियाणा में 14 मंत्री बनाए गए हैं. छत्तीसगढ़ में भी 90 विधायक हैं बावजूद इसके यहां पर महज 13 विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह दी गई है. तो क्या आने वाले समय में छत्तीसगढ़ में भी 13 की जगह 14 मंत्री हो सकते हैं. इसको लेकर छत्तीसगढ़ की सियासत में राजनीतिक पंडित अलग अलग कयास लगा रहे हैं.
मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले संभावित नाम
बस्तर से किरण सिंह देव और विक्रम उसेंडी: बस्तर के नेता और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष किरण सिंह देव और पूर्व मंत्री विक्रम उसेंडी को भी मंत्री बनाने की चर्चा चल रही है।
रायपुर से मूणत, चंद्राकर और तीन नए चेहरे संभावित: रायपुर से बात करें तो मंत्रिमंडल विस्तार में पूर्व मंत्री राजेश मूणत का नाम सुर्खियों में है। वह रमन सरकार में आवास एवं पर्यावरण, ट्रांसपोर्ट, पीडब्ल्यूडी, नगरीय प्रशासन जैसे बड़े विभाग संभाल चुके हैं। इसके अलावा तेजतर्रार छवि के पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर अपने संसदीय ज्ञान और गहरी राजनीतिक समझ के लिए जाने-पहचाने जाते हैं, उन्हें मंत्री बनाया जा सकता है। इसके अलावा पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल की जगह रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर आए सुनील सोनी, रायपुर उत्तर के विधायक पुरंदर मिश्रा और आरंग के युवा विधायक गुरु खुशवंत साहेब के नाम की भी चर्चा है।
बिलासपुर से अमर अग्रवाल: बिलासपुर विधायक व पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल को मंत्री बनाया जा सकता है। वह डा. रमन सिंह सरकार में मंत्री रह चुके हैं।
दुर्ग से गजेंद्र यादव: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पूर्व प्रांत प्रमुख बिसराराम यादव के बेटे और दुर्ग शहर के विधायक गजेंद्र यादव का नाम चर्चा में है।