छत्तीसगढ़ में 16 से अखिल भारतीय वन खेलकूद महोत्सव, मनु भाकर खिलाड़ियों का बढ़ाएंगे उत्साह
छत्तीसगढ़ में 16 से 22 अक्टूबर तक 27वीं अखिल भारतीय वन खेलकूद महोत्सव का आयोजन होने जा रहा है. इस महोत्सव में 23 खेलों की 300 विधाओं में लगभग 3000 खिलाड़ी भाग लेंगे. इसमें लगभग 584 महिला और 2320 पुरुष खिलाड़ी शामिल होंगे. इस प्रतियोगिता में 29 राज्य, 8 केन्द्र शासित प्रदेश, 6 वानिकी संस्थान और पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के अधिकारी और कर्मचारी भाग लेंगे. उद्घाटन समारोह में वर्ल्ड क्रिकेट टी-20 के भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव शामिल होकर खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करेंगे. समापन समारोह में गोल्डन गर्ल मनु भाकर शामिल होंगी.
भारत सरकार, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के तत्कालीन सचिव के विशेष प्रयासों से देश में राज्यों के वन विभाग के सभी स्तर के कर्मचारियों एवं अधिकारियों के एक मंच में परस्पर समन्वय तथा उनके बीच खेल गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से ‘‘अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता’’ वर्ष 1992 में प्रारंभ की गई थी. इस बार छत्तीसगढ़ में होने वाले इस खेल महोत्सव का उद्घाटन 16 अक्टूबर को होगा, जिसमें विशेष अतिथि के रूप में केन्द्रीय वनमंत्री भूपेन्द्र यादव, बिहार सरकार के सहकारिता एवं वन मंत्री डॉ. प्रेम कुमार, केन्द्रीय वन विभाग सचिव लीना नंदन, केन्द्रीय वन महानिदेशक जितेन्द्र कुमार एवं वर्ल्ड क्रिकेट टी-20 के भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव शामिल होकर खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करेंगे.
कार्यक्रम का उद्देश्य खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करना
बता दें कि छत्तीसगढ़ इस आयोजन की मेजबानी तीसरी बार कर रहा है. अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता के आयोजन का मुख्य उद्देश्य वन विभाग के जमीनी स्तर के कर्मचारियों से लेकर उच्चाधिकारियों तक की खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहन देना है, ताकि सभी राज्यों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के मध्य परस्पर सामंजस्य और सौहार्द की भावना विकसित हो, साथ ही एकाग्रता, धैर्य और साहस भी बढ़ता है. राष्ट्रीय स्तर की इस प्रतियोगिता में खेल नियमों एवं मापदंडों का पूर्णतः पालन किया जाता है. प्रतियोगिता के दौरान खेल विशेषज्ञों का मार्गदर्शन लिया जाएगा, ताकि खेल प्रतियोगिताओं के दौरान सभी खेल नियमों एवं मापदंडों का पालन करते हुए निष्पक्ष एवं पारदर्शिता तरीके से विभिन्न खेल प्रतियोगिताएं संपन्न की जा सके.