गजब की पंचायत, छत्तीसगढ़ की ऐसी पंचायत जहां 5 साल में 2 सरपंच और 2 सचिव भ्रष्टाचार के आरोप में बर्खास्त
कोपरा पंचायत पिछले काफी समय से लगातार विवादों में ही रही है. स्थानीय निवासियों और ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधियों के बीच हमेशा ही विवाद की स्थिति बन रही थी. छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के राजिम एसडीएम ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए कोपरा की सरपंच योगेश्वरी साहू को पद से बर्खास्त कर दिया है. सरपंच योगेश्वरी साहू पर 15 वें वित्त की राशि मे से वित्तीय वर्ष 2022-23 और 2023-2024 में कुल 69 लाख रुपये 52 हजार रुपये का अनियमिमित्ता पूर्वक आहरण और व्यय करने की शिकायत जांच में सही पाए जाने के उपरांत कार्यवाही की गई है. 15वें वित्त की राशि की अनियमित के मामले में पूर्व सचिव किशन साहू को पहले ही बर्खास्त किया जा चुका है इसी मामले की जांच के अनुसार 15वें वित से वित्तीय वर्ष 202223 में 31 लाख 81344 रुपए एवं वित्तीय वर्ष 2023-24 में 37 लाख 70934 रुपए कल 69 लाख 52 हजार रुपये की राशि को अनियमितता पूर्वक आहरण व्यय किया गया. जिसमें ग्राम पंचायत सचिव किशन लाल साहू से कुल राशि का आधा यानी 34 लाख 76 हजार रुपए एवं सरपंच योगेश्वरी साहू बाकी आधी राशि 34 लाख 76 हजार रुपये वसूली किए जाने हेतु प्रकरण दर्ज किया गया है.
5 साल के कार्यकाल के दौरान बनी दूसरी सरपंच भी हुई बर्खास्त
पिछले निकाय चुनाव में डाली साहू कोपरा की सरपंच बनी थी मगर लगभग 3 साल पहले उन्हें हटाने ग्रामीण लामबद्ध हुए थे और उनको हटाने के लिए चक्का जाम तक कर दिया था जिसके बाद प्रशासन ने कार्यवाही करते हुए उन्हें पद से हटा दिया था. इसके उपरांत योगेश्वरी साहू को कार्यवाहक सरपंच बनाया गया था. वर्त्तमान में अनितमित्ता के उन्हें भी बर्खास्त कर दिया गया है.
पूर्व सचिव किशन साहू भी हो चुका है बर्खास्त
वर्तमान में कोपरा पंचायत के सचिव किशन साहू के पूर्व भी कई सचिव बदल चुके है. पूर्व सरपंच डाली साहू के कार्यकाल के दौरान उनके जो सचिव था उस पर अनियमिमित्ता की कार्यवाही के बाद उसे हटाया गया था. उसके बाद 3 सचिव कोपरा पंचायत में और बदले गए. जिसके बाद वर्तमान सचिव किशन साहू पर भी अनियमिमित्ता की शिकायत पाए जाने के बाद प्रशासन ने कार्यवाही के साथ साथ वसूली किये आजे का आदेश जारी किया है. हालांकि वर्तमान में कोपरा पंचायत को नगर पंचायत का दर्जा मिल चुका है.