छत्तीसगढ़
प्रदेश में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में सात सीटों पर सात मई को मतदान होना है। इन सभी सीटों पर प्रचार के लिए भाजपा-कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक दी है। भाजपा और कांग्रेस के स्टार प्रचारकों का चुनावी दौरा चल रहा है। लोकसभा चुनाव 2019 में छत्तीसगढ़ की 11 में से 9 सीट भाजपा ने जीती थी. कोरबा और बस्तर ही दो ऐसी सीट हैं, जहां कांग्रेस को जीत मिली थी. इस लिहाज से कोरबा लोकसभा भाजपा के लिए एक कठिन सीट है. कोरबा लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी सरोज पांडे के पक्ष में माहौल बनाएंगे. भाजपाइयों ने इसकी जोरदार तैयारी की है. यहां एक बार फिर नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत की पत्नी ज्योत्सना महंत मैदान में हैं. भाजपा से सरोज पांडे चुनाव लड़ रही हैं. दोनों के बीच कांटे की टक्कर का मुकाबला है. इसलिए अमित शाह के दौरे को महत्वपूर्ण माना जा रहा है. कोरबा लोकसभा में कुल मिलाकर आठ विधानसभाएं हैं. कटघोरा शहर में सभा को संबोधित न करते हुए कटघोरा को चुना गया है. भौगोलिक दृष्टि से कटघोरा को कोरबा के 8 विधानसभाओं का केंद्र कहा जा सकता है. कोरबा लोकसभा में कोरबा और कटघोरा विधानसभा के शहरी क्षेत्रों को यदि छोड़ दिया जाए, तो ज्यादातर इलाके ग्रामीण और आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र वाले हैं.इस दौरे पर बीजेपी के साथ ही कांग्रेसियों की भी नजर टिकी हुई है. विधानसभा चुनाव में भी अमित शाह कोरबा आए थे. तब यहां से लखन लाल देवांगन प्रत्याशी थे. कठिन सीट पर लखन को जीत मिली थी. देखना होगा अमित शाह के दौरे का भाजपा को इस बार कितना फायदा मिलता है.
कोरबा पर 'कब्जा' करने की कोशिश में भाजपा, अमित शाह की कोरबा में आज चुनावी सभा
Wednesday, May 1, 2024
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प्रदेश में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में सात सीटों पर सात मई को मतदान होना है। इन सभी सीटों पर प्रचार के लिए भाजपा-कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक दी है। भाजपा और कांग्रेस के स्टार प्रचारकों का चुनावी दौरा चल रहा है। लोकसभा चुनाव 2019 में छत्तीसगढ़ की 11 में से 9 सीट भाजपा ने जीती थी. कोरबा और बस्तर ही दो ऐसी सीट हैं, जहां कांग्रेस को जीत मिली थी. इस लिहाज से कोरबा लोकसभा भाजपा के लिए एक कठिन सीट है. कोरबा लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी सरोज पांडे के पक्ष में माहौल बनाएंगे. भाजपाइयों ने इसकी जोरदार तैयारी की है. यहां एक बार फिर नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत की पत्नी ज्योत्सना महंत मैदान में हैं. भाजपा से सरोज पांडे चुनाव लड़ रही हैं. दोनों के बीच कांटे की टक्कर का मुकाबला है. इसलिए अमित शाह के दौरे को महत्वपूर्ण माना जा रहा है. कोरबा लोकसभा में कुल मिलाकर आठ विधानसभाएं हैं. कटघोरा शहर में सभा को संबोधित न करते हुए कटघोरा को चुना गया है. भौगोलिक दृष्टि से कटघोरा को कोरबा के 8 विधानसभाओं का केंद्र कहा जा सकता है. कोरबा लोकसभा में कोरबा और कटघोरा विधानसभा के शहरी क्षेत्रों को यदि छोड़ दिया जाए, तो ज्यादातर इलाके ग्रामीण और आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र वाले हैं.इस दौरे पर बीजेपी के साथ ही कांग्रेसियों की भी नजर टिकी हुई है. विधानसभा चुनाव में भी अमित शाह कोरबा आए थे. तब यहां से लखन लाल देवांगन प्रत्याशी थे. कठिन सीट पर लखन को जीत मिली थी. देखना होगा अमित शाह के दौरे का भाजपा को इस बार कितना फायदा मिलता है.
कोरबा लोकसभा सीट की बात करें तो इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा है. यहां से नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत की पत्नि ज्योत्सना महंत सांसद है. इस बार के चुनाव में भी कांग्रेस ने उनपर भरोसा जताया है. हालांकि बीजेपी ने इस सीट से फिर से एक बार प्रत्याशी बदल दिया है. बीजेपी ने इस बार यहां से सरोज पांडेय पर को उम्मीदवार बनाया है. ऐसे में एक बार यहां फिर दिलचस्प लड़ाई देखने को मिलेगी. ऐसे में अमित शाह की सभा वोट बैंक पर काफी प्रभाव डाल सकती है.
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