सेहत के लिए संजीवनी बूटी से कम नहीं है मुनगा, बीपी, शुगर, वजन करे कंट्रोल, स्किन में भी लाता है निखार - CGKIRAN

सेहत के लिए संजीवनी बूटी से कम नहीं है मुनगा, बीपी, शुगर, वजन करे कंट्रोल, स्किन में भी लाता है निखार

 


मुनगा या सहजन के कई कमाल के फायदे हैं. आयुर्वेद में सहजन के औषधीय गुणों का बखान किया गया है लेकिन विज्ञान में सहजन के कई फायदे बताए गए हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि सहजन की न सिर्फ सब्जी बल्कि इसकी पत्तियों और फूलों में भी मेडिसीनल गुण पाए जाते हैं. सहजन को ड्रमस्टिक और मोरिंगा के नाम से भी जाना जाता है. सहजन एक सुपर प्लांट है जो डायबिटीज मरीजों के लिए रामबाण की तरह काम करता है. इतना ही नहीं सहजन हार्ट को भी हेल्दी बनाता है.

एक बार फिर से लोग आयुर्वेद की तरफ रूख कर रहे हैं. लोग इसकी औषधी और उपायों पर भरोसा करने के साथ ही उन्हें अपना रहे हैं. आयुर्वेद में बहुत से फल और सब्जियों के फायदे के बारे में बताया गया है, जिसमें से एक  मुनगा या सहजन है. आयुर्वेद में सहजन को करीब 300 बीमारियों का रामबाण इलाज बताया गया है. इतना ही नहीं इसके फूल, फलियां और पत्तियां सहित पेड़ हर भाग बहुत फायदेमंद होता है. वहीं, यह कई बीमारियों के इलाज में फायदेमंद है. 

मुनगा या सहजन भारत में हर कहीं मिल जाएगा. दक्षिण भारत में सहजन की सब्जी का ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है. कई बीमारियों में सहजन का इस्तेमाल बहुत फायदेमंद है. इसमें कई तरह के पोषक तत्व और एंटीऑक्सीडेंट्स पाया जाता है. सहजन एंटी-इंफ्लामेटरी, एंटीसेप्टिक और एंटीऑक्सीडेंट्स गुणों से भरपूर है.

त्वचा की किसी भी स्थिति या समस्या में सहजन से काफी फायदा हो सकता है। आप इसकी कोमल पत्तियों और फूलों को सब्जी की तरह भी खा सकते हैं, जो त्वचा की समस्याओं को रोककर आपको जवान बनाए रखने में मदद करते हैं।

मुनगा या सहजन के फूल में मौजूद पोषक तत्व-  इस फूल में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं जैसे विटामिन ए, बी1, बी6, सी, फोलेट, कैल्शियम, पोटैशियम, आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, जिंक आदि. ये सभी किसी ना किसी रूप से शरीर को लाभ पहुंचाते हैं और बेहद जरूरी न्यूट्रिएंट्स होते हैं.

सहजन का सेवन महिलाओं के लिए लाभकारी होता है। मासिक धर्म संबंधी समस्याओं को रोकने के साथ-साथ यह बेहतर स्वास्थ्य और गर्भाशय संबंधी समस्याओं के उपचार मे भी सहायता करता है।

 मुनगा या सहजन ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है–टीओआईकी खबर के मुताबिक ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में सहजन का जवाब नहीं है. सहजन नेचुरली इंसुलिन की मात्रा को बढ़ाता है जिससे डायबिटीज कंट्रोल रहता है. सहजन में कई तरह के विटामिन और मिनिरल्स पाए जाते हैं जो खून में ग्लूकोज के लेवल को मैंटेन रखता है.

पिंपल को दूर करता है मुनगा -सहजन में मौजूद तत्व स्किन में निखार लाता है. इससे पिंपल्स, एक्ने, कील-मुंहासे आदि नहीं होते. सहजन को खून साफ करने वाला भी माना जाता है.

स्किन और बालों के लिए फायदेमंद मुनगा - मुनगा या सहजन में विटामिन ए, विटामिन बी, फॉलिक एसिड और अन्य एशेंशिएयल न्यूट्रेंट पाए जाते हैं जो हर तरह से स्किन की रक्षा करते हैं. इसलिए सहजन स्किन के लिए बहुत फायदेमंद है. यह स्किन में ग्लोइंग लाता है.

चिकनपॉक्स को रोकता है मुनगा -बहुत कम लोगों को पता है कि सहजन चिकनपॉक्स के लक्षण को खत्म करने वाला भी होता है. जब अप्रैल-जून में बहुत अधिक गर्मी पड़ती है तब चिकनपॉक्स का प्रकोप बढ़ जाता है. सहजन में ऐसे गुण मौजूद होते हैं तो चिकनपॉक्स को होने नहीं देता है.

हार्ट को हेल्दी रखता है मुनगा -अगर आपका ब्लड प्रेशर हमेशा बढ़ा रहता है तो आप सहजन की सब्जी का सेवन करें. यदि आप नियमित रूप से सहजन की सब्जी का सेवन करेंगे तो आपका हार्ट हमेशा हेल्दी रहेगा.

यौन अक्षमता-  सहजन के फूलों को दूध के साथ उबालकर बनाया गया सूप लैंगिक असमर्थता को दूर करने के लिए बहुत उपयोगी टॉनिक है। यह पुरुषों और महिलाओं के बाँझपन में भी उपयोगी है। सूखी छाल का चूर्ण नामर्दी, शीघ्र स्खलन और वीर्य के पतलेपन में उपयोगी है। सूखी छाल का लगभग चार औंस चूर्ण 250 मि.ली. पानी के साथ लगभग आधा घंटा उबालना चाहिए और इस मिश्रण की एक औंस की मात्रा एक चम्मच शहद के साथ मिलाकर दिन में तीन बार महीने भर लेने से इन विकारों में सुधार होता है।


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