क्या कांग्रेस को सत्ता तक ले जाएगी नारी न्याय गारंटी योजना...!
देश हो या कोई प्रदेश पिछले चुनाव से यह देखा जा रहा है की सभी पार्टियों का फोकस महिलाओं पर ही केन्द्रित हो गया है. किसी न किसी बहाने से पार्टियाँ महिलाओं को साधने में लगी हुई है. विधानसभा चुनाव की तरह लोकसभा चुनाव में भी छत्तीसगढ़ में नारी शक्ती पर ज्यादा फोकस किया जा रहा है । भाजपा जहां पर लोकसभा चुनाव में महतारी वंदन योजना को मोदी की गांरटी पूरे किए जाने को भूनाने की कोशिश की वहीं कांग्रेस भी भाजपा की रणनीति अपनाते हुए महालक्ष्मी नारी न्याय गारंटी योजना की घोषणा कर चुकी है। कांग्रेस ने इसके लिए फार्म भरवाने शुरु कर दिए है । 2023 के चुनाव से सबक लेकर कांग्रेस पार्टी ने इस बार प्रदेश और देश की महिलाओं के लिए बड़ा दांव खेला है। महालक्ष्मी नारी न्याय गारंटी योजना के तहत कांग्रेस महिलाओं को 1 लाख रुपये सालाना वो भी बिना किसी सीमा या शर्त के देने का वादा कर रही है। यह वादा कांग्रेस महिलाओं को रिझाने के लिए कर रही है क्योंकि उनका मानना है की महतारी वंदन योजना ने पिछली चुनाव में बीजेपी को सत्ता का रास्ता दिखाया था अपने वादे को न्याय गारंटी बताते हुए कांग्रेस इसके लिए फार्म भी भरवाने लगी है। इधर, कांग्रेस के हर कदम पर बीजेपी की नजर है। प्रदेश की साय सरकार ये घोषणा कर चुकी है, कि इस बार महतारी वंदन योजना का पैसा पहली तारीख को महिला हितग्राहियों के खाते में पहुंच जाएगा।
पिछले चुनाव में जिस ‘गारंटी’ को कांग्रेस पार्टी ने सबसे ज्यादा ताकत लगाकर खारिज किया और छलावा बताया अब लोकसभा चुनाव में अपने कैंपेन में उसी गांरटी शब्द पर कांग्रेस ने सबसे बड़ा दांव लगाया है। 2023 के विधानसभा चुनाव में महिलाओं से महतारी वंदन के फार्म भराने का पुरजोर विरोध करने वाली कांग्रेस अब 24 के चुनाव में गांव-गांव, घर-घर जाकर महालक्ष्मी नारी न्याय गारंटी के फार्म भरवा रही है। इसकी शुरूआत रायपुर लोकसभा क्षेत्र से हो गई है।
कांग्रेस का वादा है कि देश में उनकी सरकार बनी तो देश की हर महिला के खाते में 1 लाख रूपये सालाना दिए जाएंगे। वो भी बिना किसी शर्त के, कांग्रेस का दावा है कि ये योजना असल में बिना किसी छलावे के महिलाओं को लाभ देगी। भाजपा की महतारी वंदन योजनाओं में कई सारे नियम, सीमा और बंधन हैं जबकि हमारी योजना में कोई नियम नहीं होगा। इधर, कांग्रेस की महालक्ष्मी नारी न्याय गारंटी योजना के फार्म भरवाने की मुहिम पर बीजेपी तंज कस रही है, कि जिस पार्टी में कार्यकर्ताओं को अपने नेता पर भरोसा ना हो उनके वादे पर जनता कैसे भरोसा करेगी। अब बड़ा सवाल ये कि जिस गारंटी को कांग्रेस फरेब बाताती थी, जिस फार्म भरवाने का विरोध जाताया था, अब अपनी योजना में गारंटी शब्द को जोड़कर, फार्म भराने की कवायद कर रही है…? बीजेपी 12 हजार सालाना दे रही है तो कांग्रेस बिना शर्त सभी को 1 लाख का वादा कर चुकी है, अब देखना यह है की जिस तरह से बीजेपी अभी महिलाओं के खाते में हर माह १००० की रूपये डाल रही है क्या कांग्रेस सत्ता में आने के बाद अपने वादे को पूरा कर पायेगी यह भी एक बड़ा सवाल है..?